
मैदान में एक बोर्ड बॉक्स लगाया गया था। इसके जरिए यह सवाल किया गया था कि हमने बेरोजगारी का मुद्दा उठाया है, क्या यह सही है? पंडाल में दस स्टाल लगाए गए थे। इनमें लेखापालों की नियुक्ति में देरी, मृदा परीक्षण में नियमित करना, एग्जाम नॉर्मलाइजेशन के नाम पर अंकों से छेड़छाड़ कर घोटाला करना, स्वरोजगार एवं वेंचर कैपिटलिस्ट योजना में आ रही समस्याओं काे उजागर किया गया। इन स्टालों पर एमबीए, पीएचडी, इंजीनियरिंग करने वाले छात्र बैठे थे। वहां एक सभा भी हुई, जिसे संगठन प्रमुख अक्षय हुंका, विनायक परिहार, विक्रांत राय, राज मिश्रा, प्रदीप नापित, संजय मिश्रा सहित कई लोगों ने संबोधित किया।
आज योगेंद्र यादव आएंगे
हुंका ने बताया कि प्रदर्शन शनिवार को भी जारी रहेगा। चिंतक एवं स्वराज इंडिया के राष्ट्रीय संयोजक योगेंद्र यादव भी इसमें शामिल होकर बेरोजगार सेना के आंदोलन का समर्थन करेंगे। यादगारे शाहजहांनी पार्क में प्रदर्शन के दौरान स्टूडेंट्स ने नारेबाजी भी की।