MPPSC का नया कारनामा: प्रत्येक सेट की उत्तर कुंजी में उत्तर अलग अलग | MP NEWS

भोपाल। गत दिवस जारी हुई MPPSC की उत्तर कुंजी में प्रत्येक उत्तर कुंजी में उत्तर अलग-अलग दिए गए हैं आयोग की लापरवाहियां रुकने का नाम ही नहीं ले रही है। SET C के प्रश्न क्रमांक 95 - राज्यपाल को अध्यादेश जारी करने की शक्ति किस अनुच्छेद के तहत प्राप्त है- का उत्तर आयोग ने विकल्प C अर्थात अनुच्छेद- 212 दिया है जो कि गलत है। वहीं सेट A B तथा D में इसी प्रश्न का उत्तर विकल्प D अर्थात अनुच्छेद 213 दिया गया है।

इसके अलावा विवादास्पद प्रश्न जो डिलीट करने योग्य थे उन्हें डिलीट नहीं किया गया
भारत छोड़ो का नारा किसने विवादास्पद को डिलीट नहीं किया गया है।
यह सर्वविदित है कि कालिका पुराण शाक्त धर्म ( मां काली का पूजक) संप्रदाय से संबंधित है फिर भी यह प्रश्न डिलीट नहीं किया गया। परीक्षा नियंत्रक दिनेश जैन हैं इसलिए कालिका पुराण को जैन धर्म से ही संबंधित कर डाला।
स्वतंत्र भारत में प्रथम बार संसदीय सचिव पद किस वर्ष सृजित किया गया यह प्रश्न भी डिलीट नहीं किया गया।
प्रश्न मेट्रोपॉलिटन शहरों में कौन सा मुख्य वायु प्रदूषक है इस प्रश्न को बिना तर्क के ही डिलीट कर दिया गया।
आयोग पिछले वर्षों में स्वयं के द्वारा पूछे गए प्रश्नों के उत्तर को ही गलत मान रहा है पिछले वर्षों में किया गया। प्रश्न- मध्य प्रदेश का सर्वोच्च पर्वत शिखर धूपगढ़ स्थित है का उत्तर आयोग द्वारा अपनी उत्तर कुंजी में महादेव पर्वत श्रेणी दिया गया था परंतु इस वर्ष इस प्रश्न को ही डिलीट कर दिया गया।

आयोग प्रमाण प्रस्तुत करे कि उसके उत्तर सही हैं
अब छात्रों की मांग है कि प्रमाण देने की बारी छात्रों की खत्म हो गई अबसे आयोग अपने प्रश्नों के उत्तर के संदर्भ में प्रमाण स्रोत प्रस्तुत करें। कुल मिलाकर 5 प्रश्नों को निरस्त किया गया और पांच ही ऐसे प्रश्न निरस्त योग्य थे उन्हें निरस्त नहीं किया गया कुल मिलाकर यह परीक्षा विद्यार्थियों की मेहनत पर कम भाग्य पर ज्यादा आधारित रही। आयोग के द्वारा इसी उत्तर कुंजी को अंतिम उत्तर कुंजी मानकर मूल्यांकन करने की बात कही गई है। 

जहां एक एक प्रश्न पर छात्रों का भविष्य अधर में लटका हुआ है वही आयोग प्रतिभागियों के साथ खिलवाड़ करने से बाज नहीं आ रहा है। हाल ही में उत्तर कुंजी विवाद के दौरान प्रदेश में 3 छात्रों के खुदखुशी के मामले भी संज्ञान में आए हैं पर आयोग का गैर जिम्मेदाराना रवैया अभी भी जारी है।

बड़ी बिडम्बना की बात है कि इस तरह के लोग psc में है ,अब तो हद ही कर दी, अब जो उत्तर शीट डाली गई है उसमें दोनो सेट के उत्तर ही अलग अलग दे डाले। सेट B में प्रश्न 68 का उत्तर D औऱ सेट C में उसी प्रश्न का उत्तर C de डाला।

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