
फिरोजाबाद जिले के मक्खनपुर थाना क्षेत्र में रहने वाले 70 साल के बुजुर्ग ज्ञान सिंह पिछले कई दिनों से बीमार चल रहे थे। उन्हें ब्लड प्रेशर, सुगर सहित कई अन्य अन्य बीमारियां थी। एक फरवरी 2018 की सुबह उनकी मौत हो गई थी। परिवार के सदस्य उनके अंतिम संस्कार की तैयारी कर रहे थे, लेकिन उनके शरीर पर अजीबो-गरीब बदलाव दिख रहे थे। शाम करीब 4 बजे श्मशान घाट जाने से पहले मृतक के शरीर पर कई जगह नीले निशान पड़ गए, हाथ में फफोले पड़ने लगे। जब तक लोग कुछ समझ पाते, ज्ञान सिंह उठकर बैठ गए।
उनके दोबारा जीवित होने से परिवार के लोग खुश होने के साथ ही चकित भी रह गए। मगर, ज्ञान सिंह ने जो बातें बताईं, उसे सुनकर हर कोई हैरान रह गया। उन्होंने बताया कि तीन लोग मुझे पकड़कर काफी दूर पहाड़ पर एक सुंदर जगह ले गए। वहां एक बड़ा सोने का गेट था, जहां कई पहरेदार खड़े थे। मगर, मुझे गेट के अंदर नहीं जाने दिया गया। जो लोग मुझे पकड़कर ले गए थे, उनको भी चौकीदारों ने फटकार लगाई। उस दौरान एक पहरेदार ने मुझ पर गरम चीज फेंकी और धक्का मार दिया। जिसके बाद मैं सीधे नीचे आ गया। नीचे गिरने से मेरे शरीर पर नीले निशान आए। उस गर्म चीज की वजह से हाथों में फफोले पड़ गए थे।