
पडिता ने अपनी आपबीती बताते हुए कहां कि, मैं जब 18 साल की थी तब जितेंद्र ने मेरे पापा से कहा कि वो मुझे फिल्म शूट पर लेकर जा रहे हैं। जहां उन्होने इस हरकत को अंजाम दिया। इस घटना के बाद वह कई सालों तक स्तब्ध रहीं। उसके बाद पीड़ित ने कहा कि, आज की डेट में जितेंद्र एक नामी एक्टर हैं, उनकी अमीर लोगों और नेताओं से उनके अच्छे रिलेशन हैं। बता दें कजिन ने अपने साथ हुए इस हादसे की शिकायत अपने माता पिता के निधन के बाद करने की ठानी थी क्योंकि अगर उन्हें जितेन्द्र की इस हरकत के बारे मालूम चलता तो उन्हें बेहद दुख होता।
इतना ही कजिन ने ये भी कहा कि, मुझे इसके बारे में सार्वजनिक रुप से बताने में कई साल लग गए है। ये हिम्मत भी मुझे इन दिनों चल रहे फेमिनिस्ट अवेयरेस कैंपेन जैसे कि #METOO की वजह से आई है। इन आंदोलन की वजह से दुनिया की लाखों पीड़ितों को अपनी बात सामने रखने की हिम्मत मिली है। परिवार और रिश्तेदारों द्वारा यौन उत्पीड़न का शिकार होने वाली पीड़ितों में अब उम्मीद की किरण जागी है।