जबलपुर में छात्राओं से टॉयलेट सीट साफ कराई जाती है | MP NEWS

भोपाल। जबलपुर, मध्यप्रदेश के सरकारी स्कूलों में विद्यार्थियों के शोषण (HARASSMENT) का मामला सामने आया है। चरगवां के  मिडिल स्कूल प्रबंधन पर आरोप है कि यहां SCHOOL के TEACHER छात्राओं से टॉयलेट सीट साफ करवाते हैं। यह नियमित रूप से होता है। छात्राओं की ड्यूटी लगाई जाती है, उन्हे पानी डालकर TOILET SHEET साफ करनी होती है। मना करने पर टीचर आंख दिखातीं हैं। GIRL STUDENTS को डराया, धमकाया जाता है। चौंकाने वाली बात तो यह है कि स्कूल टीचर संतोष तिवारी ने बयान दिया है कि टॉयलेट में पानी डलवाना, सफाई करवाना नहीं होता। उनके अनुसार इसमें कुछ भी गलत नहीं है। 

पैरेंटस का कहना है कि गंगई सरकारी स्कूल में शैक्षणिक व्यवस्था पटरी से उतर आई है, बच्चों से शौचालय साफ कराया जा रहा है और इसकी जानकारी तक उन्हें नहीं दी गई है। बच्चियों के पैरेंटस का कहना है कि इसकी जानकारी उन्हें न बच्चों ने दी और न ही स्कूल के टीचरों ने। अभिभावक राजेश सेन ने बताया कि वह अपने बच्चों को स्कूल पढ़ने के लिए भेजते हैं न कि काम करने के लिए अगर काम ही कराना है तो घर में ही कराएंगे स्कूल क्यों भेजेंगे।

पानी डलवाना सफाई करना नहीं होता है
शिक्षक संतोष तिवारी का कहना है कि बच्चियां सिर्फ शौचालय में पानी डालती है और पानी डालना साफ करना नहीं होता है। शिक्षक का कहना है कि स्कूल में उसके अलावा कोई दूसरा शिक्षक नहीं है, इसलिए स्कूल की साफ-सफाई कराने में परेशानी होती है।

कुछ बोलने पर आंख दिखाती हैं मैडम
स्कूली छात्राओं ने बताया कि सफाई कर्मी की तरह वह रोजाना शौचालय साफ करती हैं, शिक्षक संतोष तिवारी शौचालय सीट में पानी डालने के बहाने टॉयलेट साफ कराते हैं। छात्राओं ने बताया कि इसकी शिकायत उन्होंने गांव के अन्य लोगों से करनी चाही, लेकिन स्कूल की मैडम अमीता उन्हें डराती धमकाती हैं। कोई व्यक्ति स्कूल आता है और वह उससे कुछ बताना चाहती है तो मैडम आंख दिखाती है।

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