
इंस्ट्रक्शन में यह भी कहा गया है कि ऐसे एंड्रॉइड या iOS ऐप्स जो या तो चाइनीज कंपनियों द्वारा डेवलप किए गए हैं या जिनका संबंध चीन से हैं, वे या तो spyware हो सकते हैं या फिर उनका मकसद सूचनाएं चुराना हो सकता है। अगर सैनिक इन ऐप्स का इस्तेमाल करते हैं तो यह राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए घातक हो सकता है।
कौन-से प्रमुख ऐप्स शामिल हैं?
WeChat : यह मैसेजिंग प्लेटफॉर्म है जिसके जरिए चैट की जा सकती है।
UC News : इसे चाइनीज कंपनी Alibaba ने डेवलप किया है। यह न्यूज एग्रीगेटर ऐप है।
NewsDog : यह भी न्यूज एग्रीगेटर ऐप है।
SHAREit : यह फाइल ट्रांसफर एप्लीकेशन है।
Weibo : यह माइक्रो ब्लॉगिंग साइट है।
चाइनीज स्मार्टफोन मेकर्स को निर्देश
इससे पहले सरकार ने दो दर्जन से भी ज्यादा स्मार्टफोन मेकर्स (जिनमें ज्यादातर चाइनीज हैं) को निर्देश देकर उस प्रोसिजर की जानकारी देने को कहा था जिसके जरिए वे भारत में बिकने वाले मोबाइल फोन में डेटा की सिक्युरिटी सुनिश्चित करते हैं। सरकार ने ये निर्देश डेटा लीकेज और डेटा की चोरी संबंधी शिकायतों पर दिया था।
आधे स्मार्टफोन बाजार पर है चाइनीज कंपनियों का कब्ज
इंडिया में स्मार्टफोन का कुल बाजार करीब 10 अरब डॉलर (लगभग 645 अरब रुपए) का है।
इनमें चाइनीज हैंडसेट मेकर जैसे Xiaomi, Oppo, Vivo, Lenovo और Gionee की स्मार्टफोन बाजार में आधे से ज्यादा हिस्सेदारी है। इनमें से अधिकांश कंपनियों के सर्वर चीन में हैं। केवल Xiaomi का सर्वर सिंगापुर और अमेरिका में है।