
क्या बयान दिया था सीएम रघुवर दास ने
गौरतलब है कि छह दिसंबर को पलामू प्रमंडल के गढ़वा जिले में बजट पूर्व संगोष्ठी का आयोजन किया गया था। राज्य के मुख्यमंत्री रघुवर दास इसमें बतौर मुख्य अतिथि उपस्थित थे। अपने संबोधन में सीएम ने कहा था कि पलामू प्रमंडल में ब्राह्मणवाद हावी है। जाति के नाम पर वोट बटोरने का काम किया जा रहा है। लेकिन अब ऐसा नहीं होगा।
कांग्रेस ने मांगा इस्तीफा
देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर बयान दिये जाने के बाद वरिष्ठ कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर का इस्तीफा लिये जाने का हवाला देकर कांग्रेस पार्टी समन्वय समिति के झारखंड प्रदेश अध्यक्ष केएन त्रिपाठी ने सीएम का त्याग पत्र मांगा था। त्रिपाठी ने कहा था संवैधानिक पद पर बैठकर संविधान के विरूद्ध बयान देना नैतिकता के पतन के बराबर है, इसलिए सीएम को अपना इस्तीफा देना चाहिए।
ब्राह्मण समाज हुए मुखर, फूंका पुतला
बयान के विरोध में और मुख्यमंत्री को माफी मांगने की मांग को लेकर ब्राह्मण समाज एकजुट हो गए हैं और सड़क पर उतर आए हैं। ब्राह्मणों के कई संगठन इसमें अपनी भागीदारी निभा रहे हैं। सोमवार देर शाम ब्राह्मण समाज के लोगों ने डालटनगंज के रेड़मा स्थित कामनापूर्ति मंदिर के सामने सड़क जामकर सीएम का पुतला फूंका। कार्यक्रम का नेतृत्व कर रहे भीम तिवारी ने कहा कि भाजपा नेतृत्व मुख्यमंत्री रघुवर दास को अविलंब हटाए, अन्यथा ब्राह्मण की ताकत का अंदाजा उन्हें हो जायेगा। बयान निंदनीय है और इसका दुष्परिणाम भाजपा को भुगतना पड़ेगा।
इस्तीफे का दौर शुरू
मुख्यमंत्री के बयान से आहत होकर भाजयुमो जिला मंत्री ऋषिकेश दुबे ने पार्टी कार्यालयों को अपना इस्तीफा भेज दिया है। ऋषिकेश दुबे ने कहा कि सूबे के मुख्यमंत्री ही जब ब्राह्मणों के बारे में ऐसा सोचते है जो निंदनीय और अशोभनीय है। दुबे ने कहा कि ब्राह्मण सदियों से संस्कृति के रक्षक रहे हैं। ब्राह्मण को जातिवादी कहना मुख्यमंत्री की मानसिक विकृति को दर्शाता है।
नौडीहा प्रखंड भाजयुमो महामंत्री एंव उपाध्यक्ष ने पार्टी छोड़ी
रघुवर दास के बयान से क्षुब्ध नौडीहा बाजार प्रखंड के भाजयुमो महामंत्री शिवशंकर पांडेय और प्रखंड भाजयुमो उपाध्यक्ष अमित मिश्र ने अपने समर्थकों के साथ पार्टी छोड़ दी है। इधर, युवाओं का संगठन ‘युवा पलामू’ गांव-गांव जाकर सरकार का विरोध दर्ज करा रहा है।
जातिगत बयान से भाजपा को होगा नुकसान
ब्राह्मणों को लेकर दिए गए बयान से भाजपा को भारी नुकसान हो सकता है। पलामू प्रमंडल में विधानसभा की नौ सीटें हैं। एक सीट पर खुद ब्राह्मण विधायक हैं। सत्येन्द्र तिवारी गढ़वा विधानसभा क्षेत्र से विधायक हैं। गढ़वा जिले में ब्राह्मणों की अच्छी खासी संख्या हैं। इसी तरह डालटनगंज विधानसभा क्षेत्र में सबसे अधिक ब्राह्मण हैं।