
कार्मिक मंत्रालय की तरफ से जारी बयान में बताया गया है कि ई-एचआरएमएस शुरू किये जाने से कर्मचारी न केवल अपनी सर्विस बुक से संबंधित पूरा ब्यौरा देख सकेंगे, बल्कि वे छुट्टी, जीपीएफ, वेतन आदि का ब्यौरा भी जान सकेंगे। वे विभिन्न तरह के दावे, भुगतान, ऋण, अग्रिम धन, छुट्टी, एलटीसी आदि के लिए भी एक ही प्लेटफॉर्म पर आवेदन कर सकेंगे। इसमें बताया गया है कि आंकड़ों को अपडेट करने के लिए कर्मचारी प्रशासन पर निर्भर नहीं रहेंगे। वे खुद ही इसे अपडेट कर सकेंगे।
बयान में कहा गया है कि वे तुरंत स्टैटस का पता लगाकर ब्योरे का मिलान कर सकेंगे। सिस्टम को इस तरह से बनाया गया है कि प्रबंधन से संबंधित सभी आंकड़े, रिपोर्ट इसके डैशबोर्ड के माध्यम से मिलेंगे और आंकड़ों के लंबित रहने के साथ ही सभी दावे वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा ऑनलाइन देखे जायेंगे, जिससे सभी सरकारी नौकरशाहों में जवाबदेही और उत्तरदायित्व की भावना जगेगी। पूरी तरह स्वचालित मानव संसाधन प्रबंधन व्यवस्था के लिए यह कदम उठाया गया है, ताकि सभी सरकारी कर्मचारियों को कर्मचारी पोर्टल पर लाया जा सके, जिससे कार्मिक प्रबंधन की सभी प्रक्रियाएं डिजिटल प्लेटफॉर्म पर हों।