दिल्ली में माफिया ने महिला आयोग कार्यकर्ता को निर्वस्त्र घुमाया | CRIME NEWS

नई दिल्ली। पुलिस के लिए इससे बड़ी चुनौती शायद ही कोई हो। भारत की राजधानी दिल्ली में शराब माफिया ने महिला आयोग की 33 वर्षीय कार्यकर्ता को बीच सड़क पर जमकर पीटा, फिर कपड़े फाड़े और निर्वस्त्र करके गलियों में घुमाया। इलाके में दहशत बनी रहे, इसलिए महिला को जुलूस निकाला गया। इस घटना से गुस्साईं महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति जयहिंद ने कहा कि माफियाओं ने महिला को लोहे की रॉड से पीटा और न्यूड कर गलियों में घुमाया। पुलिस कब तक शराब माफियाओं का साथ देती रहेगी। 

डीसीपी, रोहिणी रजनीश गुप्ता के मुताबिक, पीड़ित महिला अपने परिवार के साथ नरेला इलाके में रहती है। वह महिला नशा मुक्ति के लिए काम करती है। उन्होंने इलाके में घरों में अवैध शराब बेचने वाले लोगों की शिकायत महिला आयोग से की थी। इसके बाद महिला आयोग की अध्यक्ष ने पुलिस टीम के साथ छापेमारी कर बड़ी मात्रा में शराब बरामद की। फिलहाल, पीड़ित महिला दिल्ली के हॉस्पिटल में भर्ती है। शुक्रवार को मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने उसका हालचाल लिया।

मैं तो नशे के खिलाफ जंग लड़ रही थी
एक वीडियो में पीड़िता ने कहा, ''मैंने गाड़ी छोड़कर जान बचाने के लिए वहां से भागने की कोशिश की, लेकिन इज्जत नहीं बचा पाई। उन्होंने मेरे कपड़े फाड़े, सबके सामने बेइज्जत किया। इसी हालत में घसीटते हुए जहां शराब पकड़ी थी, वहां तक लेकर गए। मुझे लोहे की रॉड से भी पीटा। कोई गुनाह नहीं किया, मैं तो नशे के खिलाफ जंग लड़ रही थी।

महिला आयोग की अध्यक्ष ने क्या कहा?
डीसीडब्ल्यू चीफ स्वाति जयहिंद ने कहा, ''नरेला में एक गैंग खुलेआम शराब बेचता है। यहां एक घर से हमने शराब बरामद की। 50 मीटर की दूरी पर पुलिस का मालखाना है। क्या उन्हें पता नहीं चलता? पुलिस की मिलभगत से सब काम हाे रहा है, वो हफ्ता लेकर बैठ जाते हैं। दिल्ली में महिला आयोग के मेंबर्स तक सुरक्षित नहीं हैं। माफिया ने विक्टिम के कपड़े फाड़े, उसे न्यूड कर गलियों में घुमाया। पुलिस कब आरोपियों को गिरफ्तार करेगी। हम लोग ऐसे हमलों से डरने वाले नहीं है। शराब माफियों के खिलाफ काम करते रहेंगे।

महिला आयोग ने डीसीपी को समन भेजा
महिला आयोग ने डीसीपी, रोहिणी पर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं करने का आरोप लगाते हुए नोटिस जारी किया है। डीसीपी रजनीश गुप्ता को 21 दिसंबर को आयोग के सामने पेश होने के लिए समन भेजा गया है।

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