
दरअसल लोगों का मानना है कि छोटी-मोटी टक्कर होने पर ऐसे बंपर गार्ड गाड़ी की बॉडी को बचाते हैं लेकिन विशेषज्ञों का मानना है कि भीषण टक्कर होने की स्थिति में यह गार्ड गाड़ी की सुरक्षा के लिए खतरनाक साबित होते हैं। इन बंपर गार्ड को कार के 2 पॉइंट पर फिक्स किया जाता है। टक्कर की स्थिति में क्रैश एनर्जी केवल इन दो पॉइंट पर आती है न कि गाड़ी के पूरे स्ट्रक्चर पर। इससे गाड़ी को ज्यादा नुकसान होने की संभावना रहती है।
इसके अलावा कारों में अक्सर एयरबैग के सेंसर भी आगे लगाए जाते हैं। बंपर गार्ड लगाए जाने से यह सेंसर काम नहीं कर पाते और टक्कर के समय एयरबैग नहीं खुल पाते हैं। विशेषज्ञों का यह भी कहना है कि कंपनियां कारों को इस तरह डिजाइन करती हैं कि सड़क पर चल रहे लोगों से टकराने पर उन्हें कम से कम नुकसान पहुंचे लेकिन बंपर गार्ड लगाए जाने से राहगीरों को ज्यादा चोट पहुंच सकती है।