अध्यापकों के मामले में एतिहासिक फैसला करना चाहते हैं शिवराज सिंह | adhyapak samachar

भोपाल। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान अब चुनावी मोड में है। उनका कहना है कि वो अध्यापकों के मामले में कोई ऐसा फैसला करना चाहते हैं जो इतिहास में दर्ज हो जाए। देश के बाकी राज्य भी उसका अनुशरण करें। सीएम शिवराज सिंह ने 'दिल की बात' अध्यापक नेताओं से 14 दिसम्बर की रात हुई मीटिंग में कही। यह मीटिंग रात 9 बजे से 12 बजे तक चली। 

मीटिंग से बाहर आए अध्यापक नेताओं का कहना है कि सीएम शिवराज सिंह चौहान ने उन्हे इस मामले में चर्चा करने के लिए 24 दिसम्बर रविवार को फिर से बुलाया है। 14 दिसम्बर की बैठक में शिक्षा विभाग में संविलियन, वेतन विसंगती और सातवां वेतनमान के साथ शिक्षा गुणवत्ता पर सभी संघो ने अपनी-2 बात रखी एवं अध्यापक हित में निर्णय लेने को कहा। 

मुख्यमंत्री ने अध्यापक नेताओं से कहा कि इस मामले में अंतिम निर्णय 24 दिसम्बर को लिया जाएगा। उन्होंने बताया कि संतान पालन अवकाश, अध्यापकों के बीमा अनुकंपा नियुक्ति आदि पर निर्णय आदेश की स्थिति में है। ग्रेज्यूटी, खाली हाथ रिटायरमेंट, स्थानान्तरण, न्यू पेंशन स्कीम, वरिष्ठ अध्यापको की पदोन्नति, व्यायामं शिक्षको की पदोन्नति, आदि पर बात हुई। सीएम ने कहा कि शिक्षा विभाग में संविलियन पर यह सभी मांगे स्वत: ही समाप्त होगीं। 

#buttons=(Accept !) #days=(20)

Our website uses cookies to enhance your experience. Check Now
Accept !