
हजीरा थाना पुलिस शनिवार की दोपहर कोलकाता से सोमनाथ दास को पकड़कर लाई। आरोपी को पुलिस ने रविवार को कोर्ट में पेशकर 5 दिन का रिमांड मांगा। न्यायालय ने आरोपी को 3 दिन की रिमांड पर पुलिस को सौंप दिया। आरोपी सोमनाथ ने बताया कि उसने बीए किया है। वर्तमान में वह मोबाइल की दुकान चलाता है। उसकी मां को गंभीर रोग है।
एक ही ब्रांच में एक ही नाम के 2 खाते कैसे खुल सकते हैं
सोमनाथ दास को कोर्ट में पेश करने से पहले पुलिस ने उससे पूछताछ की। आरोपी ने पुलिस से उल्टा सवाल किया कि एक ही ब्रांच में एक ही नाम से 2 खाते कैसे खुल सकते हैं? आप ही बताएं। उसका कहना था कि एक खाता तो उसने खुलवाया था, लेकिन दूसरा खाता एसबीआई की उसी शाखा में कब खुल गया, उसे नहीं पता।
बैंक प्रबंधन ने उसे नहीं दी 9 लाख 57 हजार रुपए आने की जानकारी
सोमनाथ ने पुलिस से दूसरा सवाल किया कि अगर मेरे खाते में 9 लाख 57 हजार रुपए आए थे और निकलने पर इसकी जानकारी बैंक प्रबंधन को मुझे देनी चाहिए थी? लेकिन बैंक ने उसे नहीं बताया। दूसरे खाते में पैसे कब आए और किसने निकाल लिए उसे नहीं पता, लेकिन बैंक मैनेजर ने उसे बताया कि दूसरे खाते में उसी के पहचान संबंधी दस्तावेज लगे हैं।
2 हजार रुपए नहीं निकलने पर पता चला कि मेरे खाते में आए थे रुपए
सोमनाथ का कहना है कि 2 हजार रुपए उसके खाते से नहीं निकले तो उसने बैंक अधिकारियों से संपर्क किया। उसके बाद उसने ये पता करने के लिए बैंक में जाकर पासबुक में एंट्री कराई। तब उसे पता चला कि उसके खाते में इतनी बड़ी राशि आई थी। बैंक प्रबंधन का कहना है कि उसके दोनों खाते एक दूसरे से लिंक हैं।
वाकई नासमझ है या फिर बचने के लिए कर रहा है नाटक
पुलिस का कहना है कि बैंक की सूचना पर सोमनाथ को पकड़ने के बाद रुपए बरामद करने के लिए उसका घर सर्च किया, लेकिन घर में पैसे नहीं मिले। आरोपी की आर्थिक स्थिति भी ठीक नहीं है। आरोपी के पिता के पास बेटे के साथ ग्वालियर आने तक के लिए पैसे नहीं थे। उसने पुलिस पार्टी से अनुरोध किया कि बेटे के साथ उसे भी साथ ले चलो। अब पुलिस आरोपी सोमनाथ के सवालों से नहीं समझ पा रही कि वाकई सोमनाथ भी किसी धोखे का शिकार हुआ है या फिर पूछताछ से बचने के लिए नाटक कर रहा है।