बड़वानी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पानी से लबालब सरदार सरोवर बांध दिखाने के लिए बांध के अधिकारियों ने नर्मदा का प्रवाह रोक दिया गया। जिसके चलते मप्र के कई इलाके डूब गए। रिहायशी इलाकों तक पानी आ गया। कुकरा में राजघाट पर नर्मदा नदी खतरे के निशान से लगभग 6 मीटर उपर बह रही है। वहां पर जल स्तर 129 मीटर के लगभग है, जो खतरे के निशान 123.350 से 6 मीटर उपर है। इस स्थान पर बने दत्त मंदिर की दीवारो में आधी उचाई तक नर्मदा का जल पहुंच चुका है।
वहीं कुकरा में डूब क्षेत्र में रह रहे एवं व्यवसाय कर रहे लोगों ने भी अपने घर एवं दुकानों का सामान सुरक्षित स्थानों पर ले जाना प्रारंभ कर दिया है। नर्मदा बचाओ आंदोलन की नेता मेधा पाटकर ने प्रभावितों के साथ जल सत्याग्रह शुरू किया था परंतु अब खबर आ रही है कि बढ़ते पानी को देखते हुए यह सत्याग्रह भी समाप्त कर दिया गया है। लोग इलाके छोड़कर भाग रहे हैं।

आज गुजरात में सरदार सरोवर बांध को प्रधानमंत्री ने देश को समर्पित किया। इससे पहले कई दिनों से लगातार नर्मदा नदी के सरदार सरोवर बांध में पानी भरा जा रहा था। जिसके चलते सामान्य बहती हुई नर्मदा का जलस्तर अचानक बढ़ने लगा, जोकि 121/122 मीटर के बाद लगातार बढ़ते बढ़ते बढ़ते आज 129 तक पहुंच गया। माना जा रहा है कि प्रधानमंत्री के आज के इस कार्यक्रम के मद्देनजर बांध को भरा हुआ दिखाने के लिए मौत का सैलाब भरपूर पानी के रूप में इकट्ठा किया गया, जो डूब प्रभावितों को भारी नुकसान पहुंचा रहा है।