
गुरुवार शाम को तहसीलदार विनोद सोनकिया टीम के साथ इनायतपुर स्थित एसकेएस हॉस्पिटल पहुंचे तो वार्ड में कोई मरीज नहीं मिला। ज्यादातर कमरों में सिर्फ फर्नीचर रखा था और स्टाफ ही बैठा मिला। साढ़े 5 बजे अस्पताल को खाली कराना शुरू किया गया और 7 बजे तक बिल्डिंग को कुर्क कर बैंक के एजीएम को सौंप दी गई। इससे पहले अस्पताल प्रबंधन को कई बार नोटिस दिए गए, लेकिन राशि जमा करना तो दूर जवाब तक नहीं दिया गया।
इसके बाद ही अस्पताल की बिल्डिंग पर कुर्की का ऑर्डर चस्पा किया गया। हालांकि प्रबंधन ने कुर्की को रोकने के लिए काफी प्रयास किए, लेकिन वे कोई एेसे दस्तावेज प्रस्तुत नहीं कर सके जिससे कुर्की रोकी जा सकती।
नहीं दिखा सके स्टे ऑर्डर
हुजूर तहसील की टीम के पहुंचने के बाद कॉलेज के मैनेजर अमित सिंह भदौरिया व अन्य लोग वहां पहुंच गए थे। वे इस बकाया को लेकर बैंक के एजीएम व तहसीलदार को बताने लगे कि मामला दिल्ली हाईकोर्ट में चल रहा है। तहसीलदार ने कहा कि स्टे की कॉपी दी जाए, लेकिन देर शाम कुर्की होने तक वे कॉपी नहीं दिखा सके। इससे पहले भी श्रम विभाग के आदेश के बाद हॉस्टल के दो कमरों को कुर्क किया जा चुका है।
दिल्ली की बैंक के बकाया 34.50 करोड़ रुपए को लेकर एडवांस मेडिकल कॉलेज के हॉस्पिटल को कुर्क किया गया है। काफी समय से नोटिस दिए जा रहे थे।
विनोद सोनकिया, तहसीलदार हुजूर