
जानकारी के मुताबिक 15 अगस्त और शहर की शांति व्यवस्था को देखते हुए आरोपियों और बदमाशों के खिलाफ अभियान शुरू किया। इसमें शहर भर के थानों में दर्ज मामलों के आरोपियों को थाने बुलाया गया। मामूली विवाद और एक प्रकरण वाले आरोपियों के खिलाफ पुलिस ने 107, 116 के तहत बॉन्ड भरवाए।
इसके तहत बॉन्ड भरने वाले अब एक साल तक किसी भी तरह आपराधिक गतिविधि में संलिप्त या शांति व्यवस्था और झगड़ा करते पाए गए, तो उनके खिलाफ आर्थिक डंड से लेकर सजा तक की कार्रवाई करने का अधिकार पुलिस के पास है। इसके अतिरिक्त पूर्व के कुख्यात बदमाशों और अपराधियों के खिलाफ 110 के तहत बॉन्ड भरवाए गए। इसमें उन पर 3 साल तक यह बॉन्ड लागू रहेगा।
ऐसे में अगर वह किसी भी तरह की वारदात में शामिल होने या लॉ एंड ऑर्डर की स्थिति बिगड़ने में आरोपी पाए गए तो पुलिस तत्काल उनके खिलाफ कार्रवाई कर सकेगी। बुधवार देर शाम तक पुलिस इस तरह के 300 के बॉन्ड भरवा चुकी थी। नॉर्थ में 173 और साउथ में 172 आरोपियों ने बॉन्ड भरे। इनमें से करीब 40 फीसदी पुराने और कुख्यात बदमाश हैं।
यह रूटीन की कार्रवाई
अपराधियों के अपराध के मुताबिक बॉन्ड भरवाना रूटीन की कार्रवाई है। पुलिस को थाने स्तर पर यह लगातार करते रहना चाहिए। इससे आपराधियों के मन में भय रहता है। यह अभियान आगे भी जारी रहेगा।
संतोष कुमार सिंह,
डीआईजी भोपाल