मुरैना। यहां एक युवक ने जेल से छूटते ही अपनी पत्नी ज्योति, डेढ़ साल के बेटे देवराज और तीन वर्षीय बेटी रश्मी को केरोसिन डाल कर जिंदा जला दिया। सिरफिरे ने 19 मई को भी उन्हे जिंदा जलाने के लिए पूरे घर में आग लगा दी थी। इसी मामले में वो जेल गया था। तब उसने धमकी भी दी थी कि जिस दिन लौटूंगा, सबको जिंदा जला दूंगा और उसने जेल से छूटते ही अपनी धमकी को अंदाम दे डाला।
भिंड जिले के बारां कला गांव के रहने बाले कल्याण सिंह राजावत की बेटी ज्योति की शादी छह साल पहले मुरैना जिले के सबलगढ़ थाना इलाके के संतोषपुर गांव के रहने वाले बलराम से हुई थी, तभी से बलराम द्वारा उसको शारीरिक और मानसिक रूप से प्रताड़ित किया जाता था। कई बार बलराम द्वारा ज्योति को मारने का प्रयास किया गया। मई 19 को भी बलराम ने ज्योति को और बच्चों को जलाने का प्रयास किया लेकिन वो सफल नहीं हो पाया। पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। जेल जाते समय बलराम ने धमकी दी थी कि जिस दिन भी जेल से बाहर आऊंगा, तुझे जिंदा जला दूंगा।
बलराम तीन दिन पहले जेल से रिहा हुआ और उसने कल ज्योति और तीनों बच्चों को केरोसिन डाल कर जिंदा जला दिया। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची तो देखा बच्चे जिन्दा थे किन्तु माहिला की मौत हो चुकी थी। घायलों को अस्पताल भेजा लेकिन कुछ ही देर बाद दोनों बच्चों की भी मौत हो गई।