अब जो जैसा होगा, उसके साथ वैसा होगा लिखकर फांसी पर झूल गया छात्र

GWALIOR: रविवार सुबह छात्र कोचिंग से पढ़कर लौटा और घर के पास ही अपने दूसरे मकान पर कुछ काम के लिए गया। यहां उसने दरवाजे के ऊपर आले में लगी ग्रिल से साफी कसकर फांसी लगा ली। घटना विनय नगर सेक्टर-2 में की है। घटना का खुलासा उस समय हुआ जब पिता उस मकान पर पहुंचे। 'न कोई दर्द होगा न, न कोई रोना होगा, अब जो जैसा होगा, उसके साथ वैसा होगा" कुछ ऐसे ही शब्दों में एनडीए की तैयारी कर रहे 18 वर्षीय छात्र मयंक ने फेसबुक पर अपना आखिरी पोस्ट दो दिन पहले किया था।

पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को निगरानी में लिया है। छात्र शनिवार शाम भी किसी बात पर नाराज होकर घर से निकल गया था। रात 10:30 बजे लौट आया था। सुबह कोचिंग गया और लौटकर यह कदम उठा लिया। कारण फिलहाल पता नहीं चल सका है।

बहोड़ापुर थानाक्षेत्र स्थित विनय नगर सेक्टर-2 निवासी योगेश सिंह जादौन पेशे से डेयरी संचालक हैं। उनके दो बेटे मयंक सिंह जादौन (18) व अंकुर (15) हैं। मयंक ने इसी वर्ष अच्छे मार्क्स के साथ 12वीं पास की थी। घर में वह सभी का लाड़ला था। उसने डिफेंस में जॉब के लिए एनडीए की कोचिंग शुरू की थी। घर के पास ही योगेश का एक और मकान है जहां से डेयरी का काम करते हैं।

शनिवार शाम घर में किसी बात पर मयंक नाराज हो गया था और गुस्सा होकर बाहर निकल गया था। जब परिजन उसकी तलाश कर रहे थे तो रात 10:30 बजे वह घर लौट आया था। उसने किसी को कुछ नहीं बताया। इसके बाद रविवार सुबह 7 बजे मयंक कोचिंग के लिए निकल गया। सुबह 9 बजे वापस लौटकर आया और बाहर बच्चों के साथ खेलने लगा।

इसके बाद वह दूसरे मकान पर जाने की कहकर गया। यहां उसने कमरे के दरवाजे के ऊपर जाली से साफी बांधकर फंदा बनाया और फांसी लगा ली। सुबह 10 बजे छात्र के पिता उसे देखते हुए दूसरे मकान पर पहुंचे, लेकिन दरवाजा अंदर से बंद था। दूसरी तरफ से लकड़ी की सीढ़ी लगाकर चढ़े तो मयंक फांसी पर लटका दिखा।

इसके बाद उन्होंने शोर मचाया। आसपास के लोग एकत्रित हुए और पुलिस को सूचना दी। पुलिस मौके पर पहुंची और शव को निगरानी में लेकर डेड हाउस पहुंचाया। पुलिस ने मर्ग कायम कर लिया है। फिलहाल खुदकुशी के कारणों का खुलासा नहीं हो सका है।

मयंक के पिता योगेश कुछ दिन पहले घायल हो गए थे। वह गाय के लिए चारा बना रहे थे। तभी गाय ने उनकी आंख में सींग मार दिया था। सींग लगने से आंख की रोशनी प्रभावित हुई थी। जिसका ऑपरेशन चेन्नई में होना था। घर में बड़ा होने के कारण छात्र को ही पिता को लेकर चेन्नई जाना था। इसलिए भी वह काफी चिंतित था। कुछ दिनों से वह पढाई के साथ-साथ कैंटीन भी संभाल रहा था।

छात्र की फेसबुक अकाउंट से उसके जीवन के कई पहलू जानने को मिले हैं। छात्र को हाई स्पीड बाइक चलाने और क्रिक्रेट खेलने का शौक था। उसके फेसबुक अकाउंट पर आईपीएल से लेकर चैम्पियन ट्रॉफी इंडिया के सभी मैच के हार जीत पर कमेंट व फोटो अपलोड हैं।

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