
खेल मंत्री ने कहा कि कई छात्रों को सीमित सीटें होने के कारण दाखिला नहीं मिल पाता। मंत्रालय भारतीय खेल प्राधिकरण के जरिए उन्हें बुलाएगा और उनके संबंधित खेल में उनका टेस्ट लिया जाएगा। बेहतर प्रदर्शन करने वाले प्रतिभावान छात्रों को मुफ्त में प्रशिक्षण और खेल सुविधाएं दी जाएगीं। यदि वे दिल्ली से बाहर भी कहीं दाखिला लेते हैं तो नकादीक के भारतीय खेल प्राधिकरण केंद्र में उनको तमाम सुविधाएं प्रदान की जाएंगी।
इस बार खेल कोटे में 11,499 छात्र -छात्राओं ने 33 खेल विधाओं के तहत आवेदन किया था जिनमें से 3482 छात्र-छात्राओं को चुन कर सूची तैयार की गयी है। छात्राओं की संख्या छात्रों से बहुत कम है केवल 934 छात्राएं हैं।डीयू ने इस बार अपने खेल दाखिले के नियमों में बदलाव किए हैं। इस बार सर्टिफिकेट को 40 फीसदी और खेल ट्रायल को 60 फीसदी महत्व दिया जाएगा। खेल कोटे के दाखिले 18 जुलाई तक समाप्त हो जायेंगे।