
मामला मध्यप्रदेश के छतरपुर जिले के भारतपुरा गांव का है, जहां बीजेपी विधायक पुष्पेन्द्रनाथ पाठक किसान संदेश यात्रा पर गए थे। उन्हे किसानों के गुस्से का सामना करना पड़ा, ग्रामीणों ने विधायक के सामने ही जमकर मुर्दाबाद के नारे लगाए। विधायक जी अब वहां संदेश क्या देते, कैसे भी वहां से निकलकर रवाना होने की जुगत में लगे रहे, लेकिन लोगों ने खरी खोटी सुनाए बिना जाने नहीं दिया। लोगों का कहना था, चुनाव निकलते ही दोबारा झांकने भी नहीं आए, अब भला क्या संदेश देंगे। साथ ही लोंगो ने सड़क, बिजला, पानी, आवास और स्कूल इत्यादि जितने भी विधायक ने वादा किया था वो जब गिना डाला। साथ ही ये भी बताते गए कि, इनमें से कोई भी काम पूरा नहीं हुआ है।
शिवराज सिंह के नाम भी खरीखोटी सुनाईं
किसान सरकार से इतने नाराज हैं कि संदेश के नाम पर कुछ भी सुनने को तैयार नहीं हैं। कुछ किसानों के तो यहां तक कह डाला कि, प्रदेश के मुखिया सिर्फ कहने को किसान हितैषी हैं, वैसे ही भाजपा के विधायक हैं जो सिर्फ अपना उल्लू सीधा करना जानते हैं, जब अपनी गरज हो तभी किसान और ग्रामीण याद आते हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि सरकार को किसान की चिंता नहीं, बल्कि आगामी चुनाव की चिंता है। इस लिए किसाम संदेश यात्रा का ढोंग किया जा रहा है।
कितने किसानों की हत्या करवाएंगी सरकार
जिस दौरान किसान मुर्दाबाद के नारे लगा रहे थे, उसी दौरान विधायक जी के साथ पुलिसकर्मी भी मौजूद थे, वर्दी को रौब जमाते हुए पुलिसकर्मी लोगों से नाम पूछ रहे थे, तभी लोगों कि पुलिस से झड़प हो गई। जिस पर किसानों का कहना है कि अभी मंदसौर में किसानों की हत्या करवा कर सरकार का मन नहीं भरा क्या, जो अब भी हम पर पुलिस का डर दिखाया जा रहा है।