
15 साल के जुनैद के पिता ने बेटे की मौत पर अपना दर्द बयां किया। जुनैद के पिता जलालुद्दीन खान ने अंग्रेजी अखबार द टेलीग्राफ को दिए इंटरव्यू में कहा कि देश में एक समुदाय को लेकर इतना रोष क्यों हैं? क्या मेरा बेटा भारतीय नहीं था? प्रधानमंत्री मोदी मुस्लिमों पर हो रहे अत्याचार पर अपनी चुप्पी कब तोड़ेंगे? मैंने अपना बेटा खोया है, क्योंकि लोगों में मुस्लिमों को लेकर नफरत बढ़ती जा रही है। ये मेरे 'मन की बात' है जो मैं चाहता हूं की मोदी साहब तक पहुंचे। वह मेरे भी प्रधानमंत्री है।
अपने इंटरव्यू में जलालुद्दीन ने कहा, 'मैंने प्रधनमंत्री मोदी के 'मन की बात' कार्यक्रम को सुना लेकिन उसमें कहीं भी इस घटना का जिक्र नहीं था। एक शब्द भी नहीं था...हमें उम्मीद थी कि वह कुछ तो कहेंगे। मुझे लगा था कि वह अपने कार्यक्रम में इस घटना की कड़े शब्दों में निंदा करेंगे। जिससे मेरा और हमारे समुदाय के लोगों का साहस बढ़ाता। इस वक्त हम काफी असुरक्षित महसूस कर रहे हैं। मेरे एक बेटे की मौत हो चुकी है, मैं चाहता हूं कि मोदी जी इस बात का आश्वासन दें कि मेरे दूसरे बेटे के साथ ऐसा कुछ नहीं होगा।