
जुलानिया ने इसकी जांच मुख्यकार्यपालन अधिकारी जिलापंचायत सीधी को दी थी। जो पिछले 3 माह से जांच कर रहे थे और जांच में हीलाहवाली की जा रही थी। जांच के दौरान जिलापंचायत सीईओ ने पंचायत सचिव और सरपंच को लिखित सहमति पत्र के आधार पर मिलाने का भी प्रयास किया जिसकी शिकायत पुनः राधेश्याम जुलानिया के समक्ष की गई।
जांच किये जाने तथा जांच प्रथम दृष्टया प्रमाणित पाये जाने पर सचिव यज्ञनारायण तिवारी को सरपंच का कूटरचित तरीके से हस्ताक्षर किए जाने तथा राशि आहरण के आरोप में निलंबित कर दिया गया है। इसी प्रकार उपयंत्री द्वारा फर्जी मूल्यांकन किये जाने तथा सरपंच गीता जायसवाल द्वारा सरकारी खाते से राशि आहरण के आरोप में मध्यप्रदेश पंचायती राज अधिनियम की धारा 39 (1) के तहत निलंबित किया गया है। इसके साथ ही सरपंच पति के द्वारा 6 लोगों की इंदिरा आवास की राशि गबन के आरोप में प्रथम सूचना रिपोर्ट संस्थित करने के आदेश जारी किए गए हैं। इसके अलावा सरकारी अमले द्वारा पंचायत की जांच जारी है।
ईंटहा पंचायत के कर्मचारियों जनप्रतिनिधियों द्वारा किये गए गबन निलंबन जांच इन सारी समस्याओं के कारण ईंटहा पंचायत की जनता काफी परेशान है इसके साथ ही आधी अधूरी निर्मित सड़क ,अधूरे पड़े नलकूप के कारण जनता काफी परेशान है यहां तक कि बरसात का समय आ चुका है जिस कारण नलकूप गिर जाएंगे इस असमंजस से जनता परेशान है।