बारिश आ गई है, सांपों से बचने की तैयारी कर लेें

Bhopal Samachar
भोपाल। बारिश का मौसम आ गया है। ऐसे में बिलों में पानी भर जाता है और सांप सहित कई जहरीले जीव बिलों से बाहर निकल आते हैं। सांप कभी अपने लिए बिल नहीं बनाता, वो चूहों के बिल में रहता है और चूहों का ही शिकार करता है। मानसून में चूहे घरों में जाकर छुप जाते हैं इसलिए सांप भी उनकी तलाश में घरों के भीतर चले आते हैं। कई बार ऐसा होता है कि सांप परिवार में किसी मनुष्य पर हमला कर देते हैं, लेकिन घबराने की बात नहीं क्योंकि सबसे पहले सांप फुंफकारकर डराते हैं। यदि वो डस भी लें तो मौत नहीं होती क्योंकि 90 प्रतिशत सापों में जहर ही नहीं होता। व्यक्ति डर से मर जाता है। 

बारिश का मौसम सामने है। लिहाजा, आपके घर के आसपास यदि सांप निकल आए या असावधानी के चलते वह डस ले तो बिलकुल भी नहीं घबराए। हौसला कायम रखे, क्योंकि ज्यादातर सापों के डसने से मौत नहीं होती, व्यक्ति घबराहट से मर जाता है। कई शिशु या बाल्यावस्था वाले सांप भी दिखाई देते हैं। उनसे डरने की जरूरत नहीं, क्योंकि उनके जहर वाले दांत ही नहीं होते। जब वो युवा होते हैं जब जहर वाले दांत आते हैं। जरूरी है कि डॉक्टरों की सलाह अपनाए। डॉक्टरों की सलाह है कि सांप के काटने पर घाव में चीरा नहीं लगाना चाहिए न ही बांधना चाहिए। झाड़-फूंक कराने की जगह मरीज को जल्द से जल्द अस्पताल पहुंचाना चाहिए।

जहर निकालने के नाम पर चीरा ना लगाएं 
हमीदिया अस्पताल में मेडिसीन विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. आरएस यादव ने कहा कि 90 फीसदी सर्प जहरीले नहीं होते, इसके बाद भी डर के चलते मरीजों की हार्ट अटैक से मौत हो जाती है। लिहाजा, घबराना नही चाहिए। सांप काटने का असर नर्वस सिस्टम पर होता है, घाव में चीरा लगने से ब्लड की सप्लाई और कम होने से स्थिति बिगड़ सकती है।

पीड़ित का मूवमेंट कम हो
जेपी अस्पताल के मेडिसीन विशेषज्ञ डॉ. एके द्विवेदी ने बताया कि सांप काटने के बाद मरीज का मूवमेंट कम होना चाहिए। जेपी और हमीदिया अस्पताल के डॉक्टरों ने कहा कि दोनों अस्पतालों में जहरीले सांप के इलाज के लिए एंटी स्नेक वीनम उपलब्ध है।

चूहों की तलाश में आते हैं सांप 
सांप के डंसने की घटनाओं का सबसे बड़ा कारण है सांपों का घरों में घुसना। जब बिलों में पानी भर जाता है तो चूहे बाहर निकलकर घरों में घुस जाते हैं। सांप अपने भोजन चूहों की तलाश में घरों तक आ जाते हैं। सांप कभी अपना बिल नहीं बनाते वे चूहों के बिलों में ही रहते हैं।

अपने क्षेत्र के सर्प विशेषज्ञ और डॉक्टर का नंबर नोट करके रख लें
आप सिर्फ इतना करें कि आपके आसपास रहने वाले किसी सर्प विशेषज्ञ एवं ऐसे डॉक्टर या अस्पताल का नंबर नोट कर लें जिनके पास एंटी स्नेक दवाएं उपलब्ध हों। जैसे ही घर में सांप दिखे, विशेषज्ञ को की मदद लें वो पूरी सुरक्षा के साथ सांप को पकड़कर जंगल में छोड़ आएगा। यदि सांप ने हमला कर दिया हो तो तत्काल संबंधित डॉक्टर या अस्पताल से संपर्क करें। ऐसी स्थिति में यदि सांप जहरीला है और आपने शीघ्र इलाज शुरू करवा दिया तो मौत की संभावनाएं टल जातीं हैं। 
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