फ्रिज में हुआ ब्लास्ट, 27 मंजिला ​बिल्डिंग धू-धू कर जल उठी, 6 मौतें, 30 घायल

नई दिल्ली। ब्रिटेन की राजधानी लंदन में मंगलवार रात 1:30 बजे (लंदन घड़ी के अनुसार) 27 मंजिला बिल्डिंग में अचानक आग लग गई। इस बिल्डिंग में ज्यादातर मुसलमान परिवार रहते हैं। आग पूरी बिल्डिंग में फैल गई। जिससे 6 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई जबकि 30 से ज्यादा लोग घायल हो गए। रेस्क्यू आॅपरेशन शुरू कर दिया गया है। मौतों की संख्या बढ़ सकती है। कहा जा रहा है कि 10वीं मंजिल पर एक फ्लैट में फिज्र में ब्लास्ट हो गया था। उसके बाद आग भड़क गई। 

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, ग्रेनफेल टावर के बाहर खड़े रेजिडेंट्स ने कहा कि आग लगने की वजह एक फ्लैट में रखे फ्रिज में हुआ ब्लास्ट है लेकिन, फायर सर्विस ने कहा कि अभी इस स्टेज पर इस बारे में कुछ भी निश्चित तौर पर नहीं कहा जा सकता है। चश्मदीदों के मुताबिक, आग से बचाने लिए कुछ पैरेंट्स ने बच्चों को 10th फ्लोर से फेंक दिया। अंदर फंसे लोगों ने बेटशीट्स बांधकर निकलने की कोशिश की। कई लोग अभी भी ऊपरी मंजिलों में फंसे हैं। कुछ मदद के लिए चीखते देखे गए। कुछ ने मदद के लिए सफेद कपड़े भी लहराए। 

पुलिस ने कुछ लोगों को रस्सी के सहारे बाहर निकाला है। दम घुटने से लोगों की तबीयत बिगड़ गई। करीब 30 लोगों को शहर के पांच हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है। रेस्क्यू टीम ने रात को टावर में फंसे लोगों से विंडो से टॉर्च और फोन की लाइट दिखाने को कहा, ताकि पता चल सके कि कहां मदद की जरूरत है। पुलिस कमांडर स्टुअर्ट कुडी ने बताया- "मैं 6 लोगों के मौत की खबर की पुष्टि करता हूं, लेकिन मरने वालों की तादाद बढ़ सकती है।" 

लंदन के मेयर सादिक खान ने कहा- "कई लोग की पहचान अभी तक नहीं हो पाई। बिल्डिंग में कितने लोग थे अभी तक इसका पता नहीं चल पाया है। फायर सर्विस सिर्फ 12th फ्लोर तक ही पहुंच पाई है। मरने वालों की तादाद बढ़ सकती है। वेस्ट लंदन में बने ग्रेनफेल टावर में 120 फ्लैट हैं। यहां करीब 600 लोग रहते हैं। इसे 1974 में बनाया गया था। बता दें कि इस टावर में ज्यादातर फ्लैट्स मुस्लिम कम्युनिटी के हैं। रमजान होने की वजह से कई लोग सेहरी के लिए सुबह जल्दी उठ गए थे। आग किस वजह से लगी, अभी तक इसका पता नहीं चल पाया है।

चश्मदीदों ने क्या बताया?
बीबीसी की रिपोर्ट के मुताबिक, एक महिला को 11th फ्लोर पर अपने बच्चों के साथ देखा गया। वह मदद के लिए चिल्ला रही थी।  30 साल की डाना अली पेरेंट्स मारिया और खालिद के साथ 10th फ्लोर पर फंसी थीं। उन्होंने बताया कि हम लिविंग रूम में थे। सभी विंडो और दरवाजे बंद कर दिए ताकि धुआं अंदर न आ पाए। एक चश्मदीद ने बताया कि टावर के ऊपरी मंजिल में फंसे लोग मदद के लिए टॉर्च दिखाई दिए। लोग मदद के लिए चीख रहे थे। दूसरे शख्स ने कहा- 9/11 आतंकी हमले की इसने याद दिला दी। इस हादसे में कई लोगों के मरने की आशंका है। कुछ लोगों को मैंने खिड़की से कूदते देखा। आईविटनेसेस ने बताया कि टावर की ऊपरी मंजिल पर फंसे लोग मदद के लिए चिल्ला रहे थे। कुछ लोग सफेद कपड़ा हिलाकर मदद की गुहार लगा रहे थे। एक और शख्स ने बताया कि यह बहुत बुरा एक्सपीरिएंस था। मैंने कभी ऐसा नहीं देखा। बहुत बड़ी आग थी। मुझे पूरी बिल्डिंग ढहने का डर है।

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