
फील्ड में ट्रेनिंग के दौरान जो देखा वही दिखाया
पुलिस की कार्य प्रणाली को लेकर दिखाए जा रहे इस नाटक में एफआईआर दर्ज कराने के बदले एक पुलिस अफसर को रिश्वत लेता दिखाया जा रहा था। थाना लापतागंज में तीन पुलिस वाले नाचते-गाते और मस्ती के मूड में नजर आ रहे थे। इसी बीच एक हैरान-परेशान सा शख्स थाने में एफआईआर दर्ज कराने पहुंचता है। वहीं, पुलिस वाले उस शख्स से एफआईआर दर्ज कराने बदले में रिश्वत की डिमांड करते हैं। बस नाटक अपने चरम तक पहुंचा ही था कि मौके पर मौजूद सीएम शिवराज सिंह चौहान ने डीजीपी ऋषि कुमार से अपनी नाराजगी बयां की।
आईपीएस अफसर को ट्रेनिंग दे रहा था हेड कांस्टेबल
नाटक में यह भी दिखाया गया था कि जब नए आईपीएस अफसर ट्रेनिंग के लिए थाने में आते हैं, तो क्या-क्या होता है। दरअसल एक आईपीएस अधिकारी को जो ट्रेनिंग थाना प्रभारी से मिलने चाहिए, वो नाटक में एक हेड कांस्टेबल देता दिखाया गया। नाटक में जैसे ही रिपोर्ट नहीं लिखने और फरियादी को थाने से भगाने का दृश्य आया, तो सीएम शिवराज और डीजीपी ऋषि कुमार शुक्ला असहज हो गए। नाटक के दौरान सीएम ने डीजीपी से बातचीत की। इसके बाद डीजीपी ने भी आईपीएस एसोसिएशन के अध्यक्ष पवन जैन के सामने अपनी नाराजगी जाहिर की और नाटक बीच में ही रोकने के निर्देश दिए।