
इस दौरान उन्होंने कहा कि अगर आप कोई गाड़ी खरीदते हैं और उसे गैराज में रखते हैं तो एक्सीडेंट नहीं होता, लेकिन जब आप उसे सड़क पर लेकर जाते हैं तो एक्सीडेंट हो सकता है। स्पीड 50 की हो तो यह संभावना कम होती है लेकिन 100 पर बढ़ जाती है।
विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि जब महिलाएं केवल घर के काम करती थीं, तो उनके साथ ये सारी घटनाएं नहीं होती थीं, सिवाय भेदभाव के लेकिन एक्सपोजर मिलने के बाद आज वो अच्छी शिक्षा हासिल कर रही हैं, नौकरी और व्यवसाय कर रही हैं।
लेकिन तब बदल गया टोन
शिव प्रसाद ने कहा कि रेप, अपहरण छेड़छाड़, शोषण, सरीखे मामले तभी होते हैं जब महिलाएं समाज में जाती हैं, अगर महिलाएं घर से बाहर ना जाएं तो ये घटनाएं होंगी ही नहीं।
हालांकि जैसे ही शिव प्रसाद को अपनी गलती का अंदाजा हुआ, उनका टोन बदल गया। वो कहने लगे कि वो महिलाओं की शिक्षा, नौकरी या व्यवसाय करने के खिलाफ नहीं हैं लेकिन उनकी सुरक्षा का व्यवस्था की जानी चाहिए।
ANDHRA PRADESH | SPEAKER | SHIVA PRASAD RAO | CONTROVERSIAL | STATEMENT |