
बैठक में अध्यापकों को लेकर कोई विषय नहीं था, पर मुख्यमंत्री को जब अध्यापकों द्वारा शिक्षा विभाग में संविलियन, वेतनमान की विसंगति दूर करने सहित विभिन्न् मांगों को लेकर भोपाल में संकल्प रैली निकालने की बात का पता चला तो वे नाराज हो गए।
उन्होंने कहा कि हमने अध्यापक संवर्ग को कई सुविधाएं दी हैं। इनका वेतन 35 हजार रुपए तक कर दिया है। लगातार सेवाओं में सुधार करते जा रहे हैं। इसके बाद भी जब परीक्षा का समय नजदीक आ रहा है, तो ये पढ़ाने की जगह हड़ताल, धरना व प्रदर्शन कर रहे हैं, ये तो हद है। अब सख्ती के साथ निपटा जाए। बैठक में ज्यादातर मंत्रियों ने भी मुख्यमंत्री की बात का समर्थन किया।