
आयोग द्वारा तैयार किया गया यह ऐप रविवार को एक्टिवेट कर दिया गया। इसमें मतदाताओं प्रत्याशियों द्वारा दाखिल हलफनामे की जानकारी दी जाएगी। साथ ही पिछले चुनावों में दलगत प्रदर्शन का भी आंकड़ा देखने को मिल सकेगा।
उदाहरण के लिए, 4 फरवरी से शुरू होने जा रहे चार राज्यों के विधानसभा मतदान के दौरान मतदान कार्यक्रम, पोलिंग बूथ और वोटर आईडी प्रिंट पर्ची आदि सूचनाएं शामिल होंगी। पिछले चुनाव के अहम आंकड़े भी मतदान के परिणाम के दौरान उपलब्ध हो सकेंगे। आयोग का लक्ष्य है कि यह उपयोगिता वाला ऐप हर मोबाइल में चल सके। आयोग के अधिकारियों के अनुसार इस ऐप में तीन बड़े फंक्शन होंगे।
ऐप में शामिल विभिन्न फंक्शन को सबके लिए उपयोगी बनाने के लिए और साथ ही अन्य दूसरे ऐप को भी इंस्टाल किए जाने के लिए यह फंक्शन काम करेगा।