
लोकसभा चुनाव में करारी हार के बाद मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने अमेरिका के चुनाव प्रबंधक स्टीव जार्डिंग की सेवाएं लेना शुरू किया था। "काम बोलता है" और "बुंदेली आल्हा" जैसे प्रचार गीत उन्हीं की रणनीति का हिस्सा थे। इसके जरिये अखिलेश यादव की दिनचर्या के साथ उनके कामों में परिवार की मेहनत को उभारा गया है।
कुछ गीतों में समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं के बलिदान का जिक्र भी था। पार्टी में दो धड़े होने और साइकिल चिन्ह पर असमंजस के बाद इनमें से ढेरों प्रचार सामग्री बहुत उपयोगी नहीं दिख रही है। लिहाजा अमेरिकी प्रबंधकों ने कॉल सेंटरों के जरिये चुनाव अभियान को गति देने का प्रयास शुरू किया है।
नामांकन की प्रक्रिया शुरू होने के बाद समाजवादी पेंशन, रानी लक्ष्मी बाई पुरस्कार, लैपटाप पाने वाले छात्र-छात्राओं, स्मार्ट फोन के लिए आवेदन करने वालों को भी अखिलेश यादव की सरकार बनने से होने वाले कार्यो की जानकारी दी जाएगी। पांच साल की उपलब्धियां गिनाई जाएंगी। अगर दोनों धड़ों में एका हो गया तब भी अखिलेश के नाम व काम के बूते ही चुनाव लड़ा जाएगा।
सूत्रों का कहना है कि विभिन्न योजनाओं के लाभार्थियों का फोन नंबर व उनका पूरा डेटा चुनावी प्रबंधकों ने जुटा लिया है। हालांकि इस रणनीति पर टीम अखिलेश का कोई सदस्य कुछ बोलने को तैयारी नहीं है, पर रविवार को दिल्ली में मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के प्रमुख रणनीतिकार प्रो. राम गोपाल यादव ने इशारा किया है कि हम ब्रांड अखिलेश के नाम पर चुनाव लड़ेंगे। किसी चुनाव चिन्ह से बड़ा ब्रांड अखिलेश यादव हैं।
खास मोबाइल एप्लीकेशन तैयार
अखिलेश के रणनीतिकारों का कहना है कि चुनाव अभियान के लिए एक विशेष किस्म का सॉफ्टवेयर तैयार किया गया है, जिसके जरिये कार्यकर्ता, समर्थकों की गतिविधियों को सीधे लखनऊ में लाइव देखा जा सकेगा। इस सॉफ्टवेयर के जरिये भेजा गया डेटा (तस्वीर, जानकारी आदि) को लखनऊ के कमांड रूम में देखा जा सकेगा। खासियत यह है कि इसका डेटा दूसरे सॉफ्टवेयरों पर ट्रांसफर नहीं होगा। उसे डाउनलोड भी नहीं किया जा सकता है। सूत्रों का कहना है कि इस कार्य में टीम अखिलेश की युवा ब्रिगेड को लगाया जाएगा। इस कार्य के लिए 17 जनवरी से पहले एक लाख युवकों की टोली तैयार करने का लक्ष्य है।
75 फीसद से अधिक कार्य पूरा होने की जानकारी मिली है। सूत्रों का कहना है कि स्टीव जाडिर्ग के छात्र रह चुके विक्रम सिंह को इस अभियान को कामयाब करने का लक्ष्य दिया गया है।
डिंपल संभालेंगी कमान
मुख्यमंत्री अखिलेश के खेमे के सदस्यों का कहना है कि विधानसभा चुनाव में मुख्यमंत्री की पत्नी एवं कन्नौज की सांसद डिंपल यादव महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगी। वह और उनकी टीम सोशल मीडिया पर अखिलेश के चुनावी अभियान की निगरानी करेगी। विरोधी दलों के चुनाव प्रचार अभियान का जवाब देंगी।