
महू में निजी कॉलेज में प्रोफेसर विक्रम सिंह राजपूत के खिलाफ कुछ छात्रों ने किशनगंज थाने पर जातिसूचक शब्दों का प्रयोग करने की लिखित शिकायत की थी। यदि प्रोफेसर के खिलाफ पुलिस कार्रवाई करती तो उनके खिलाफ गंभीर धाराओं में केस दर्ज होता। ऐसे में कुछ छात्र नेताओं ने बीच का रास्ता निकालते हुए प्रोफेसर के माफी मांगने पर मामले को खत्म करने की बात कही।
छात्र और प्रोफेसर दोनों इस बात पर राजी हो गए, तो सभी महू में बाबा साहब अंबेडकर की जन्मस्थली पर पहुंचे, जहां प्रोफेसर चौहान ने अपनी गलती स्वीकारते हुए सबसे सामने कान पकड़कर माफी मांगी।