भुवनेश्वर। ओडिशा के सुंदरगढ़ जिले में मुख्यमंत्री नवीन पटनायक के सभास्थल में प्रवेश करने देने से पहले पुलिस द्वारा महिलाओं के काले दुपट्टे उतरवाए गए। महिलाओं ने इसका तीव्र विरोध किया। पुलिस का कहना था कि यह सुरक्षा के लिए जरूरी था। विधानसभा में इसे लेकर जमकर हंगामा हुआ। विपक्ष ने मुख्यमंत्री से मांग की कि वो महिलाओं से इस कार्रवाई के लिए माफी मांगें। हंगामे के कारण विधानसभा की कार्यवाही बार-बार स्थगित करनी पड़ी। सत्ताधारी बीजद के सदस्यों ने कहा कि यह सुरक्षा संबंधी प्रोटोकॉल था और किसी भी महिला ने शिकायत दर्ज नहीं कराई है।
जैसे ही प्रश्नकाल शुरू हुआ, कांग्रेस और भाजपा सदस्य वेल के पास पहुंच गए पटनायक के खिलाफ नारे लगाने लगे। वे घटना के लिए मुख्यमंत्री को जिम्मेदार बता रहे थे। कुछ कांग्रेसी सदस्यों ने स्पीकर के मंच पर चढ़ने और माइक तोड़ने का प्रयास किया।
विपक्ष के नेता कांग्रेस के नरसिंह मिश्रा ने कहा कि पुलिस ने रविवार को मुख्यमंत्री की सुरक्षा के नाम पर महिलाओं को परेशान किया जो कि दुर्भाग्यपूर्ण है। मुख्यमंत्री को महिलाओं के प्रति अनादर दिखाने के लिए माफी मांगनी चाहिए। बताया जा रहा है कि पुलिस ने संभावित विरोध प्रदर्शन से डरकर ऐसा किया। पुलिस को संदेह था कि महिलाएं सभा में सीएम को काला दुपट्टा दिखा सकतीं हैं।