
भार्गव ने कहा कि हमें राज्य सरकार ये बताए की मेन गेट पर लगे सीसीटीवी कैमरे को जांच में शामिल क्यों नही किया जा रहा है। वहीं आतंकियों के सेल में लगे सीसीटीवी कैमरे खराब क्यों थे। साथ ही जहां से आतंकी दिवार कूद कर भागे थे वहां 35 चादरें मिली हैं। किसी भी कैदी को दो से ज्यादा चादर नहीं दी जाती है तो इनके पास 35 चादरें कहां से आई।
कांग्रेस नेता आरिफ ने जेलब्रेक और एनकाउंटर की जांच हाईकोर्ट के सीटिंग जज से कराने की मांग की है तो इधर अवधेश भार्गव ने शासन पर आरोप लगाते हुए कहा है कि इस पूरे मामले में जेल प्रशासन और पुलिस प्रशासन मिला हुआ था। यह पूरी तरह से प्लानिंग के तहत किया गया एनकाउंटर है। भार्गव द्वारा हाईकोर्ट मे दायर याचिका क्रमांक 10805/16 की सुनवाई सोमवार को की जानी है।