अनूप शर्मा/SHAHDOL. बिजुरी निवासी शहनाज खान पति रमजान खान को बिगत डेढ माह से पेट मे कुछ तकलीफ थी जिसका प्रथमिक उपचार शहनाज के परिजनो ने मनेद्रगढ स्थित चिकित्सालय मे कराया। जिसके बाद भी मरीज को आराम नही मिला तो शहडोल के प्रायवेट अस्पताल किम्स मे लाया गया। जहॉ डॉक्टरो ने मरीज को अपने तरीके से चेकअप कर एक सप्ताह की दवाई देकर वापस भेज दिया गया। फिर भी आराम नही होता देख परिजन दोबारा मरीज को लेकर किम्स पहुचे डॉक्टरो ने फिर चेकअप किया और कुछ दवा देकर मरीज को वापस भेज दिया।
फि रभी आराम न होता देख परिजन पुन: शहनाज को लेकर किम्स आये जहॉ डॉक्टरो ने शहनाज को अपेन्डिक्स है कहकर आँपरेशन कर दिया। जिसके बाद मरीज की हालत और बिगडने लगी इस दौरान काबिल डॉक्टरो ने बताया कि उसे अपेन्डिक्स नही था। जिस पर परिजनो का गुस्सा भड़क गया और कुछ पास के मित्र व रिश्तेदारों का हुजूम लग गया। विवाद बड़ता देख प्रबंधन परिजनो से सेटिंग मे लग गया और पूरा इलाज फ्री मे करवाने की बात कहने लगा।
आखिर वह अपनी सेटिंग मे बडी़ मुस्किल से कामयाब हुया व किम्स प्रबंधन को अपने लेटर पैड पर लिख कर देना पडा कि वह फ्री इलाज करायेगा। वैसे भी शहडोल के प्रयवेट अस्पतालो मे तो एेसी लापरवाही अक्सर होती रहती है। भगवान जाने कब लगेगी इस पर लगाम।