
बता दें कि बालाघाट जिला अस्पताल में हुए अग्निकांड के बाद खबर आई थी कि संघ प्रचारक सुरेश यादव का सारा मेडिकल रिकॉर्ड जलकर राख हो गया है। तत्समय स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों, सीएमएचओ, सिविल सर्जन इत्यादि से संपर्क कर स्थिति स्पष्ट करने का आग्रह किया गया था परंतु सभी अधिकारी कुछ भी बोलने को तैयार नहीं थे। आज उन्होंने स्थिति स्पष्ट की है।
संघ प्रचारक सुरेश यादव इस समय जबलपुर के एक प्राइवेट अस्पताल में भर्ती हैं। इस मामले में जांच के लिए एसआईटी का गठन किया गया है जो सभी तथ्यों पर जांच कर रही है। इस बीच एक नया एंगल यह सामने आया है कि विवाद की जड़ बहुत पुरानी थी और संघ प्रचारक का एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी से विवाद चल रहा था। यह विवाद क्या था और कब से चल रहा था, इसका खुलासा शीघ्र ही होने की उम्मीद है। इस मामले में संघ प्रचारक का भाजपा के एक दिग्गज नेता से विवाद भी सुर्खियों में आया है। भाजपा के 2 विधायकों ने इस मारपीट के लिए मंत्री गौरीशंकर बिसेन को जिम्मेदार बताया है।