भोपाल। ज्यादा से ज्यादा पैसा कमाने की होड़ में प्राइवेट मेडिकल कॉलेजों के संचालक किसी भी हद को पार करने के लिए तैयार हैं। वो सीधे तौर पर आपराधिक गतिविधियों में शामिल हो गए हैं। खुली माफियागिरी चालू है। अब उन्होंने एमसीआई का एक नकली सर्कुलर जारी कर दिया। जिससे भ्रम की स्थिति बनाकर फायदा उठाया जा सके।
जारी हुए नए फर्जी सर्कुलर में एमसीआई द्वारा पहले से जारी एक सर्कुलर की तारीख बदल दी गई है। दरअसल, सुप्रीम कोर्ट ने कुछ राज्यों में एमबीबीएस में प्रवेश की आखिरी तारीख 30 से बढ़ाकर 7 अक्टूबर कर दी थी। इसके बाद एमसीआई ने 10 अक्टूबर को एक सर्कुलर जारी कर इन राज्यों के कॉलेजों से 15 अक्टूबर तक भर गई सीटों के संबंध में एक फारमैट में जानकारी मांगी थी। एमसीआई को 21 अक्टूबर को ई-मेल कर किसी ने बताया कि 10 अक्टूबर को जारी सर्कुलर की तर्ज पर किसी ने 17 अक्टूबर को एक फर्जी सर्कुलर इन राज्यों को भेज दिया है।
इसमें कहा गया है 15 अक्टूबर की जगह कॉलेज 3 नवंबर तक दाखिल उम्मीदवारों की सूची एमसीआई को भेज सकते हैं। लिहाजा, एमसीआई ने साफ किया है कॉलेजों की प्रवेश तिथि नहीं बढ़ाई गई है। पहले से तय तिथि के बाद दिए गए दाखिले अमान्य कर दिए जाएंगे।