केवल 5 विषयों पर आधारित होगा हाईस्कूल का रिजल्ट

भोपाल। कक्षा 9वीं और 10वीं का परीक्षा परिणाम अब 6 की बजाय 5 विषयों के प्राप्तांकों के आधार पर जारी होगा। स्कूल शिक्षा विभाग ने विद्यार्थियों में पढ़ाई का तनाव कम करने और माध्यमिक शिक्षा मंडल के परीक्षा परिणाम को सुधारने के लिए सत्र 2016-17 से बेस्ट ऑफ फाइव सिस्टम लागू किया है।

आदेश सभी हाई एवं हायर सेकंडरी स्कूल प्राचार्यों को जारी हो गए हैं। आदेश के मुताबिक, जिन पांच विषयों में विद्यार्थी के सबसे अधिक अंक होंगे, परीक्षा परिणाम की गणना उसे ही आधार मानकर की जाएगी। हालांकि पढ़ना सारे विषय होंगे।

हर स्कूल में सतत एवं व्यापक मूल्यांकन तिमाही, अर्धवार्षिक और वार्षिक परीक्षा अंतर्गत होगा। 80 फीसदी अंक विषयों के शैक्षणिक क्षेत्र से और 20 फीसद अंक सह शैक्षणिक क्षेत्र व सह पाठ्यक्रम के जुड़ेंगे। विद्यार्थी तय करेंगे सामान्य गणित पढ़ना है या उच्च। सत्र 2017-18 से 9वीं के विद्यार्थियों को विषय चयन का अधिकार होगा।

शासन का मत है कि जो विद्यार्थी मेडिकल या इंजीनियरिंग क्षेत्र में जाना चाहते हैं, वे उच्च गणित लेकर कॅरियर आसानी से बना पाएंगे। जबकि कॉमर्स, कला या अन्य क्षेत्र में कॅरियर बनाने वाले विद्यार्थी सामान्य गणित विषय लेकर परिणाम बेहतर दे पाएंगे। इससे बोर्ड परीक्षा परिणाम तो सुधरेगा ही, बच्चों के बीच अनावश्यक तनाव भी खत्म होगा।

तनाव मुक्त करने के लिए उठाया कदम
बच्चों को पढ़ाई के तनाव से मुक्त करने के लिए बेस्ट ऑफ फाइव सिस्टम लागू किया है। इसमें 5 विषयों की गणना के आधार पर ही रिजल्ट बनेगाा। साथ ही 9वीं के विद्यार्थी सामान्य गणित लेकर भी पढ़ सकेंगे।
नीरज दुबे, आयुक्त, लोक शिक्षण, मप्र

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