पति जेल में, महिलाओं को दबंगो ने मारपीट कर गाँव से भगाया

सिहोरा/जबलपुर। गुरूवार की शाम 5 बजे बंधा हरदुआ में हेण्डपंप के पास बने तीन फीट गहरे गड्ढे में एक ढाई साल के बच्चे की डूबने से मौत हो गई थी। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को पंचनामा कार्रवाई के बाद पोस्टमॉर्टम के लिये भेज दिया था और जिन लोगों ने मकान निर्माण के लिए गड्डा खोदा था, पुलिस ने दशरथ यादव, नरेश और सुरेश यादव पर लापरवाही और उपेक्षा का मामला दर्ज कर हिरासत में ले आई थी। 

हिरासत में लिए गए लोगों के घरों में सिर्फ महिलायें और बच्चे ही शेष बचे थे। जिसका फायदा उठा कर मृत बच्चे के परिजन मनीष, दिन्नु यादव, भूरा यादव और राधे यादव ने घर में घुसकर महिलाओं और 12 वर्षीय बच्चे के साथ मारपीट कर गाँव से भगा दिया गया। पीड़ित महिलाएं गोमती बाई, रामबति, अर्चना, गीता यादव ने सिहोरा थाने में रिपोर्ट दर्ज करवाने आई तो इन महिलाओ को थाने से डांट कर वापस भेज दिया गया।

रिश्तेदार के यहां रुकी हैं महिलाएं
गोमती बाई यादव ने बताया की गुरूवार देर शाम को ही घर की महिलाओं के साथ उक्त सभी लोगो ने मारपीट कर भद्दी भद्दी गालीगलौज की गयी थी और गाँव न रहने की धमकी दे रहे थे जिसकी वजह से दूसरे दिन गोमती बाई अपनी बहुओं के साथ सिहोरा थाने रिपोर्ट दर्ज करवाने आई थी लेकिन पुलिस बिना सुने ही थाने से भगा दिया। जिसकी वजह से इन सभी महिलाओं ने अपने को सुरक्षित करते हुए रिश्तेदार के यहाँ शरण ली हुई हैं।

यह था मामला
सिहोरा थाने के ग्राम बंधा हरदुआ में ढाई वर्षीय बालक पंकज यादव पिता रविन्द्र की हेण्डपंप के पास बने गड्ढे के पानी में डूबने से मौत हो गयी थी जिसके बाद मृतक बच्चे के परिजनों ने दसरथ यादव और उनके लड़कों पर आरोप लगा कर बताया था कि इन लोगों के द्वारा मकान बनाने के लिए खोदे गए गढ्ढे में भरा गया था जिसे पूरने की बात पर इन्होंने अनसुना कर दिया था जिसके बाद दोनों पक्ष के लोग मारपीट भी किये थे जिन्हें बाद में सिहोरा पुलिस ने तीन लोगों के खिलाफ लापरवाही और उपेक्षा के आरोप का मामला दर्ज कर शव पी एम् के लिए भिजवाया। 

#buttons=(Accept !) #days=(20)

Our website uses cookies to enhance your experience. Check Now
Accept !