सुधीर ताम्रकार/बालाघाट। 26 जुलाई को खबर प्रकाश में आई थी कि एक नवजात कन्या को बिल्ली घसीटकर ले गई एवं पंजा मारकर उसकी हत्या कर दी, लेकिन सच्चाई यह नहीं थी। पुलिस ने जब नवजात कन्या का पीएम कराया तो कहानी कुछ और ही सामने आई। उसकी अपनी मां ने उसे पानी में डुबाकर मार डाला था।
तहसील मुख्यालय वारासिवनी से 7 किलोमीटर दूर कायदी ग्राम में रेखा सिहोरे नामक महिला ने 28 दिन पूर्व जन्मी कन्या की पानी की टंकी में डुबाकर हत्या कर दी तथा उसे बिल्ली द्वारा पंज्जे से हत्या कर उसे बाथरूम तक धसीटकर ले जाने की बात बताकर अंतिम संस्कार भी परिवारजनों द्वारा कर दिया। मामला संदेहस्पाद दिखाई देने पर वारासिवनी थाना प्रभारी नरेन्द्र यादव ने मामले की तस्दीक की तथा तहसीलदार की उपस्थिति में शव को निकालकर करवाकर पोस्टमार्टम कराया जिसमें बच्ची की मौत पानी में डूबने से दम घुटने से होना बताया।
इस आधार पर अज्ञात आरोपियों के विरूद्ध धारा 302, 201 आईपीसी कायम कर बच्ची की मां रेखा सिहोेरे से कडाई से पूछताछ की गई तो उसने अपना जुर्म स्वीकार करते हुये बताया की उसकी पूर्व में 2 लडकीयां थी व लडका ना होने से निराश थी। जिसके लिये उसने कुछ टोटके किये तथा दवाईयां भी खाई थी परन्तु लडकी होने से उसे निराशा हाथ लगी। तो उसने 26 जुलाई 2016 को 26 दिन की अपनी ही बेटी को पानी की टंकी में डाल दिया जिससे उसकी मृत्यु हो गई। पुलिस ने आरोपी महिला रेखा सिहोरे को गिरफ्तार कर उसे न्यायालय में पेश किया।