
एक शिक्षक को महामंत्री बनाने के बाद सियासत शुरू हो गई है। मामले में बीजेपी जिला अध्यक्ष का कहना है कि बेर्डे ने पद मिलने से पहले सरकारी नौकरी से इस्तीफा दे दिया है। जबकि कलेक्टर ने कहा अब तक ऐसा कोई पत्र नहीं मिला।
मामले में कांग्रेस ने मोर्चा खोलते हुए कहा कि एक सरकारी कर्मचारी को कैसे पद दिया जा सकता है। कलेक्टर तेजस्वी एस नायक ने श्याम बर्डे के इस्तीफा मिलने से इनकार किया है। नियमों के विरुद्ध इस्तीफा दिए बगैर पद लेने को लेकर रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई करने की बात कही गई है।