
जीरो नंबर पर रखना होगा विशेष ध्यान
डॉ. सेन का कहना है कि प्रोफेसर विद्यार्थी को सोच समझकर जीरो दें। जीरो मिलने के बाद विद्यार्थी रीवेल और चैलेंज करता है। इस दौरान विद्यार्थी के नंबर मिलते हैं और वह पास हो जाता है, तो प्रोफेसर को सख्त कार्रवाई से गुजरना होगा।
टोटल में मिस्टेक हुई तो कटेगा मानदेय
गाइडलाइन में कहाकि प्रोफेसर मूल्यांकन के दौरान जवाब खत्म होने के बाद अंक आवंटित करें। विद्यार्थियों को अंक देने के उसे गोला लगाकर चिंहित करें। ओएमआर शीट पर मूल्यांकनकर्ता के हस्ताक्षर पठनीय होना अनिवार्य है। उत्तर पुस्तिका के ऊपर ओएमआर सीट पर दिये अंकों एवं अन्दर दिये अंकों का जोड़ भी एक समान होना चाहिए और टोटलिंग में पायी गयी त्रुटि पर मूल्यांकनकर्ता के मानदेय से काटौती हो सकती है।
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मूल्यांकन में काफी गड़बड़ी सामने आई है। इसके चलते मूल्यांकन की गाइडलाइन तैयार की गई है। इसके तहत ही मूल्यांकन कराया जाएगा। इसके बाद भी कोई प्रोफेसर मूल्यांकन में लपारवाही बरता है, तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।
डॉ. मोहन सेन
परीक्षा नियंत्रक आरजीपीवी