भोपाल। यह ग्वालियर के लिए गौरव का क्षण है। वहां के स्कूल से निकला एक छात्र भारत का प्रधानमंत्री बना था, दूसरा छात्र आज मप्र का डीजीपी बन गया है। मप्र के नए डीजीपी ऋषि कुमार शुक्ला ने प्राथमिक पढाई ग्वालियर से की है इसके बाद कलकत्ता में जा कर बस गए। उनकी आगे की शिक्षा दीक्षा लगभग कलकत्ता में ही हुई। शुक्ला ने आईआईटी करने के बाद आईपीएस की तैयारी की और भारतीय पुलिस सेवा मे चयन होने पर पुलिस की सेवा में हैं।
गौरतलब है कि राज्य शासन ने बुधवार को ही ऋषि कुमार शुक्ला को पुलिस महानिदेशक बनाए जाने के आदेश जारी कर दिए गए थे। फिलहाल, ऋषि कुमार शुक्ला पुलिस मुख्यालय में बतौर ओएसडी पदस्थ थे। उनका चयन पुलिस महानिदेशक के लिए होने के बाद उन्हें मप्र पुलिस हाउसिंग बोर्ड के चेयरमैन से पुलिस मुख्यालय में ओएसडी बनाया गया था।
डीजीपी के पद पर चार साल
1983 बैच के आईपीएस अधिकारी ऋषिकुमार शुक्ला डीजीपी के पद पर चार साल तक आसीन रहेंगे। उनका रिटायरमेंट अगस्त 2020 में है। शुक्ला मूलतः ग्वालियर के रहने वाले हैं उनकी शुरूआती पोस्टिंग सीएसपी के पद पर रायपुर में हुई थी। वे दमोह, शिवपुरी और मंदसौर जिले के एसपी के रूप में पदस्थ रहे। शुक्ला 2009 से 2012 तक एडीजी इंटेलीजेंस भी रहे है। शुक्ला तेज-तर्राट कामकाज और ईमानदार छवि के कारण जाने जाते हैं। साथ ही लंबी सर्विस के दौरान शुक्ला का अभी भी विवादों से नाता नहीं रहा।
अनौखे अंदाज में दी गई सुरेन्द्र सिंह को विदाई
मध्य प्रदेश के डायरेक्टर जनरल ऑफ पुलिस (डीजीपी) सुरेन्द्र सिंह गुरुवार को पुलिस सेवा से रिटायर हो गए। डीजीपी के रिटायरमेंट के मौके पर राजधानी के जहांगीराबाद स्थित मोतीलाल नेहरू स्टेडियम में शाम को एक विदाई समारोह आयोजित किया गया।
समारोह में मध्य प्रदेश पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी-कर्मचारियों द्वारा डीजीपी को अनूठे अंदाज में विदाई दी गई। विदाई समारोह के बाद डीजीपी सुरेन्द्र सिंह पुलिस मुख्यालय पहुंचे। वहां पर वह नए डीजीपी ऋषि कुमार शुक्ला को प्रदेश के नए डीजीपी का पदभार सौंपा।