इंदौर। दलितों को कर्मकांड की शिक्षा दिलाने और प्रदेश के सरकारी मंदिरों में पुजारी बनाने की घोषणा के विरोध में ब्राह्मण समाज एक हो गया है। चाहे भाजपाई हो या फिर कांग्रेसी सभी एक मंच पर आकर सरकार के इस फैसले की खिलाफत कर रहे हैं। इंदौर में सोमवार को ब्राह्मण संघर्ष समिति द्वारा विरोध हुए संभागायुक्त कार्यालय पर ज्ञापन सौपा गया।
राष्ट्रीय कवि और बीजेपी के वरिष्ठ नेता सत्यनारायण सत्तन ने आरोप लगाया कि प्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह चौहान को उनके पास मौजूद अधिकारी भ्रमित कर रहे हैं। ब्राह्मण के पेट पर प्रहार करके धर्म पर प्रहार करने की जो नीति बनाई जा रही है, उसके विरोध में ब्राह्मण समाज एकजुट है। फिलहाल प्रतिरोध जाहिर किया जा रहा है, लेकिन यदि सरकार निर्णय वापस नहीं लेती है तो ब्राह्मण समाज प्रतिशोध पर उतरेगा।
इस फैसले को वापस लेने के साथ पदोन्नति में आरक्षण खत्म करने की मांग भी रखी गई। कवि सत्तन गुरु ने अपने अंदाज में संगठन और सरकार को चेताया कि अभी भी निर्णय पर विचार किया जाना चाहिए। वरना ब्राह्मण समाज प्रतिरोध से आगे बढ़कर प्रतिशोध की भावना अपना लेगा। ब्राह्मण समाज के इस प्रदर्शन में अपना विरोध जाहिर करने बड़ी संख्या में दोनों मुख्य राजनैतिक दलों के नेता और कार्यकर्ता मौजूद रहे।