
छोला मंदिर पुलिस के मुताबिक प्रेम नगर, छोला मंदिर निवासी बृजवासी पटेल छह साल पहले पुलिस से सिपाही के पद से रिटायर्ड हुए हैं। उनका 31 वर्षीय छोटा बेटा प्रमोद पटेल वाटर प्यूरीफायर कंपनी में अपने बड़े भाई अमित के साथ काम करता था। उसका प्रेम नगर में पड़ोस में ही रहने वाली एक युवती से लंबे समय से प्रेम प्रसंग चल रहा था। प्रमोद अपनी पत्नी को तलाक देकर युवती से शादी तक करना चाहता था। युवती के भाइयों ने प्रमोद को कई बार समझाइश दी थी। युवती भी प्रमोद से शादी करने के लिए अड़ी हुई थी। युवती के छोटे भाई अशोक अहिरवार ने अपने दो साथियों संजू उर्फ संजीव सूर्यवंशी और झांसी निवासी बृजेंद्र माहोर के साथ मिलकर प्रमोद की जीवन लीला समाप्त करने की योजना बना डाली। उन्होंने प्रमोद की रैकी की।
रविवार की रात करीब 12.45 बजे प्रमोद छोला दशहरा मैदान से निकलकर घर जा रहा था। दशहरा मैदान के गेट के पास घात लगाए बैठे अशोक ने प्रमोद की बाइक रोक ली। इसके बाद अशोक, संजू उर्फ संजीव और बृजेंद्र ने उस पर चाकुओं से हमला कर दिया। बचने के लिए प्रमोद ने घर की तरफ दौड़ लगाई। तीनों ने पीछा करके उसे पकड़ा और चाकू से गला रेत दिया। इस बीच पुलिस को सूचना मिली। पुलिस मौके पर पहुंची तब तक प्रमोद दम तोड़ चुका था। थाना प्रभारी सुदेश तिवारी ने बताया कि रात में ही मृतक की शिनाख्त हो गई थी।
हत्या के कारणों और आरोपियों का रात में ही पुलिस ने पता लगा लिया था। घेराबंदी करते तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। प्रमोद पर हमला करने में अशोक के बाएं हाथ में चाकू लगा है। अशोक ने अपने साथियों संजू और बृजेंद्र के साथ मिलकर प्रमोद की हत्या करना स्वीकार किया है। पुलिस ने चाकू भी बरामद कर लिए हैं।
हत्या करने के मकसद से बहन को भेजा था बड़े भाई के घर
अशोक के पिता प्रभुलाल अहिरवार नगर निगम में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी हैं। उनके पांच बेटे हैं। बड़ा बेटा हेमराज एमपी नगर स्थित एक निजी बैंक में असिस्टेंट मैनेजर है। वह अपनी पत्नी और बच्चों के साथ परिवार से अलग करोंद क्षेत्र में रहता है। प्रमोद की प्रेमिका पिछले आठ दिन से हेमराज के पास करोंद में रह रही थी। वह गीतांजलि कालेज से बीए कर रही है। उसका प्रभु नगर और करोंद में आना-जाना रहता है। पुलिस का मानकर चल रही है कि युवती को उसके भाई के यहां करोंद योजना के तहत ही भेजा था। हेमराज का कहना है कि कल ही बहन की शादी के लिए लांबाखेड़ा में लड़का पसंद किया था। आज मुहूर्त निकलवाना था।
यूपीएसपी की तैयारी के लिए कर रहा था बीए
अशोक अहिरवार ने सरदार वल्लभ भाई पटेल पोलीटेक्निक कालेज, भोपाल से मैकेनिकल में डिप्लोमा किया है। इसके बाद उनसे कुछ कंपनियों में काम भी किया। वह नवीन कालेज से बीए कर रहा है। उसका सेकंड इयर है। उसने पुलिस को बताया कि वह यूपीएससी देना चाहता था। इसके लिए वह बीए कर रहा था।