
यह हादसा शुक्रवार को न्यू मार्केट स्थित अपेक्स बैंक चौराहे पर हुआ। बाइक सवारों को टक्कर मारने के बाद बस ड्राइवर उतरकर पहले उनके पास गया, फिर घटनास्थल से फरार हो गया।
दिल्ली मुम्बई से ज्यादा एक्सीडेंट भोपाल में
नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो के मुताबिक 2014 में भोपाल में 1015 मौत ट्रैफिक एक्सीडेंट में हुई है। इस मामले में भोपाल देश भर में तीसरे स्थान पर है। वीडियो में भोपाल में हुए सड़क हादसे की भयावहता देख सकते हैं।
2014 में ट्रैफिक से होने वाली मौतों के मामले में दिल्ली और चेन्नई भोपाल से आगे हैं। क्षेत्रफल और जनसंख्या की दृष्टि से भोपाल इन शहरों से काफी छोटा है, लेकिन सड़क हादसे से होने वाली मौतों का अंतर इन शहरों के बीच ज्यादा नहीं है, इसलिए भोपाल की पहचान एक्सीडेंट कैपिटल के रूप में बन रही है।
मप्र की बात करें, तो इंदौर, ग्वालियर, जबलपुर जैसे महानगर सड़क हादसों के मामले में काफी सुरक्षित हैं। 2014 में इंदौर में 298, जबलपुर में 138 और ग्वालियर में 134 मौत सड़क हादसे में हुई है। भोपाल में 1015 में से 788 सड़क हादसे से, 132 रेल्वे एक्सीडेंट और 95 रेल्वे क्रॉसिंग पर जान गई है।