
भरत तिवारी कहते हैं कि यूपी चुनाव के चलते भाजपा ये राजनीति कर रही है और इसका जबाब हम यूपी चुनाव में भाजपा को देंगे। संगठन ने जहां यूपी के ब्राह्मण संगठनों से संपर्क साधना शुरू कर दिया है और मध्यप्रदेश में भाजपा सरकार की कारगुजारियों को बता रही है।
वहीं महासभा ने तय किया है कि 2017 के शुरुआती माह में होने वाले यूपी चुनाव के पहले नवम्बर माह से पूरा संगठन रणनीति बनाकर पूरे उत्तरप्रदेश का दौरा करेगा और ब्राह्मण समाज को बताएगा कि किस तरह से मध्यप्रदेश सरकार दलितों को पुरोहित बना रही है।
उन्होंने कहा कि यूपी के ब्राह्मण को बताया जाएगा कि एक तरफ व्यापमं के मुद्दे पर सीएम शिवराज सिंह कहते हैं कि मामला कोर्ट में चल रहा है और दूसरी तरफ प्रमोशन से आरक्षण के मामले को सुप्रीम कोर्ट में विचाराधीन होने के बाद भी कहते हैं कि 'मेरे रहते कोई माई का लाल प्रमोशन में आरक्षण' समाप्त नहीं कर सकता है। संगठन ने ये तय किया है कि यूपी चुनाव में बसपा, सपा और कांग्रेस जो ज्यादा से ज्यादा ब्राम्हण को टिकट देगी, संगठन उसका समर्थन करेगा। 2014 के लोकसभा चुनावों में भाजपा को मिली भारी जीत में भी सवर्णों का भरोसा था जो भाजपा की एकतरफा जीत की वजह बना था।