सिंधिया और थरूर ने अपनी ही कांग्रेस को आड़े हाथों लिया

नईदिल्ली। पांच राज्यों के चुनाव नतीजों से बदहवास पड़ी कांग्रेस को उसी के दो युवा नेताओं ने गुरुवार को आड़े हाथों लिया। अगला चुनाव युवाओं के भरोसे जीतने का दंभ भरने वाली कांग्रेस को जहां एक ओर शशि‍ थरूर ने नेतृत्व बदलने की सलाह दे डाली, वहीं राहुल गांधी के करीबी ज्योतिरादित्य सिंधि‍या ने कहा कि कांग्रेस को खुद के बारे में सोचने की जरूरत है।

कांग्रेस पर अपनों ने साधा निशाना
कांग्रेस के दो सांसद और सीनियर नेताओं ने अपनी ही पार्टी की कार्यशैली पर सवाल उठाया। केरल से सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री शशि थरूर और मध्य प्रदेश से सांसद और पार्टी के सीनियर नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया ने पार्टी को खुद के अवलोकन करने की सलाह दी है।

असम और केरल कांग्रेस में व्यक्तिवाद हावी
तिरुवनंतपुरम से सांसद शशि थरूर ने कहा कि यह हार काफी निराशाजनक है। यह वक्त कांग्रेस के लिए पुनर्विचार करने का है। पार्टी के पुनर्निर्माण की जरूरत है। उन्होंने कहा कि केरल में पार्टी के नेता व्यक्तिगत तरक्की की सोचने लगे। वहीं असम में 15 साल से गोगोई ही सीएम बने रहे।

लोगों में राहुल गांधी की है अलग इमेज
उन्होंने कहा कि राहुल गांधी ने कोशिशें की, लेकिन नतीजे नहीं ला सके। पार्टी अध्यक्ष भी कम दिखीं। लोकसभा चुनाव अभी तीन साल दूर है। राहुल गांधी कांग्रेस उपाध्यक्ष हैं और उन्होंने लोगों के मन पर अलग छाप बना रखी है।

अपनी गलती तलाशे और नीतियों पर सोचे कांग्रेस
वहीं दूसरे बड़े नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया ने अपनी ही पार्टी पर निशाना साधा। उन्होंने साफ कहा है कि पार्टी को आत्मावलोकन की जरूरत। जो चुनाव नतीजे आएं है, वो निराशाजनक हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस को समझना पड़ेगा कि उनसे गलती कहां हुई है। साथ ही पार्टी को अपनी नीतियो पर चिंता करनी होगी, ताकि आम लोग उसके बारे में समझे और आकलन कर सके।

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