भोपाल। लम्बे समय से या यूं कहिए कि अपनी राजनीति की शुरूआत से लेकर अब तक मप्र में ही जमे रहे अरविंद मेनन का मोह मप्र से खत्म नहीं हुआ है। बेअदबी के साथ निकाले गए मेनन अब सिंहस्थ और उपचुनाव के बहाने मप्र में डटे हुए हैं।
भाजपा ने सिंहस्थ क्षेत्र में साढ़े तीन एकड़ क्षेत्र में पंडाल लगाया है। इसमें देशभर से आए भाजपा नेता और अन्य लोगों के ठहरने के लिए डेढ़ हजार से अधिक एसी और नानएसी काटेज की व्यवस्था की गई है। साथ ही यहां प्रतिदिन हवन-पूजन की व्यवस्था की गई है। मेनन के शुभचिंतकों ने हाईकमान को बताया कि दीनदयाल प्रकाशन मंडप को आकार देने में मेनन ने शिल्पकार की भूमिका अदा की है। लिहाजा केन्द्रीय नेतृत्व ने उन्हें सिंहस्थ तक उज्जैन में ही रहने की अनुमति दे दी। इसके बाद उन्हें स्थगित हो चुके घोड़ाडोंगरी उपचुनाव के लिए यहीं जमाने रखने के प्रबंध कर दिए गए हैं। इस उपचुनाव में सुहास नहीं बल्कि मेनन रणनीति तैयार करेंगे और प्रत्याशी चयन में भूमिका निभाएंगे।
याद दिला दें कि सीएम शिवराज सिंह चौहान नहीं चाहते थे कि मेनन को हटाया जाए। इसके लिए उन्होंने तमाम प्रयास भी किए परंतु पहली बार उनकी जमाई गई चौकड़ी बिखर गई, लेकिन शिवराज सिंह को नजदीक से जानने वाले लोग बेहतर जानते हैं कि शिवराज राजनीति के वो शुक्राचार्य हैं जो अपने सहयोगी की राजनैतिक मौत के बाद भी उसमें जान फूंक देते हैं। अपने प्रिय मेनन के लिए भी वो कुछ ऐसा ही कर रहे हैं।