
इसकी वजह से वे डिप्रेशन के शिकार भी रहे लेकिन मार्च 2009 में उनके एक दोस्त ने आत्महत्या कर ली। उस दोस्त का भी पादरी ने यौन शोषण किया था। इसके बाद रोज्जी गम में डूब गए। उन्होंने इसके लिए अपने आपको दोषी माना कि उन्होंने इस बारे में किसी को नहीं बताया। उनका मानना है कि अगर मैं मेरे साथ घटी घटना के बारे में पहले किसी को बता देता तो शायद मेरे दोस्त को ऐसा करने से रोक पाता।
रोज्जी इसके बाद खुद भी डर गए कि जो अंधेरा उनकी जिंदगी में था वह उन्हें भी एक दिन मार देगा। इसलिए उन्होंने अपनी चुप्पी तोड़ने का फैसला किया। रोज्जी अभी पेंसिल्वेनिया हाउस ऑफ रिप्रजेंटेटिव में डेमोक्रेटिक मेंबर हैं।
रोज्जी पेंसिल्वेनिया हाउस ऑफ रिप्रजेंटेटिव के चैंबर में खड़े थे और इमोशनल भाषण देकर अपनी साथियों से उस बिल का समर्थन करने की अपील कर रहे थे, जो बाल यौन शोषण के मामलों में आपराधिक आरोपों की सीमाओं को खत्म करता है। उन्होंने प्लोर पर कहा कि मैंने जिंदगी में हर दिन संघर्ष किया है। मैं केवल न्याय चाहता हूं। मैं मेरे उन सभी दोस्तों के लिए न्याय चाहता हूं जिनके साथ दुराचार हुआ है।
रोज्जी राजनीति में उतरने से पहले अपने स्थानीय प्रतिनिधि के पास पहुंचे और पूछा कि सरकार पीड़ितों के लिए क्या कर रही है। उसके बाद वे ज्यूडिशरी कमेटी के चेयरमैन के पास पहूंचें, जिन्होंने कहा कि यह बिल कभी पास नहीं होगा। उसके बाद उन्होंने संसद में घुसने का रास्ता ढूंढ़ना शुरू किया, ताकि वे इस बिल का पोस करवा सकें। साल 2013 में कैम्पेन शुरू करने से पहले रोज्जी अपनी मां के पास पहुंचे और उन्हें पूरी कहानी बताई। हालांकि, उनके पिता की मौत पहले ही हो चुकी है। रोज्जी ने उसके बाद हर किसी के घर जाकर अपनी कहानी बताई और कहा कि मैं यौन शोषण पीड़ित हूं। मेरे दोस्त अपने आपको मार रहे हैं। मैं कानून में बदलाव के लिए संसद में जाऊंगा।
रोज्जी बताते हैं कि जैसे ही लोगों को मैंने अपनी कहानी बताई तो कई लोग खुलकर मेरे साथ आ गए। इसके बाद वे संसद पहुंचे। पिछले सप्ताह यह बिल पास हो गया। इसके बाद रोज्जी ने कहा कि वे साल 2009 से इसका इंतजार कर रहे हैं। मैं चाहता हूं कि मेरे दोस्त वापस आ जाएं और मेरे पास रहें।