भोपाल। उज्जैन में आयोजित सिंहस्थ में पहुंचने के लिए भोपाल रेलवे स्टेशन सेंट्रल हब होगा। सिंहस्थ में इस साल पांच करोड़ से ज्यादा यात्रियों के आने की संभावना है। इसलिए जीआरपी ने रेलवे मंडल और जिला प्रशासन के साथ मिलकर एक ट्रैफिक प्लान तैयार किया है। इसके तहत 20 अप्रैल से स्टेशन के दोनों ओर नो व्हीकल जोन घोषित कर दिए जाएंगे। इसका मकसद स्टेशन पर लोगों का सफर सुविधाजनक बनाना है। शाही स्नान के साथ सिंहस्थ की शुरुआत 22 अप्रैल से होगी। 21 मई को समापन भी शाही स्नान के साथ होगा। ज्यादातर गाड़ियां भोपाल रेलवे स्टेशन होकर ही उज्जैन पहुंचेंगी।
कलेक्टर निशांत वरवड़े के मुताबिक अल्पना तिराहे से छह नंबर प्लेटफॉर्म तक पूरी तरह से नो व्हीकल जोन घोषित कर दिया जाएगा। यहां किसी भी तरह के वाहनों की आवाजाही बंद रहेगी। इसके अलावा भारत टॉकीज ब्रिज से उतरकर बजरिया पुलिस चौकी के पास से प्लेटफॉर्म नंबर एक तक भी बड़े वाहनों की आवाजाही पर रोक रहेगी। हालांकि, यहां से छोटे वाहनों को प्रवेश देने पर विचार किया जा रहा है, लेकिन उन्हें स्टेशन परिसर में पार्क नहीं होने दिया जाएगा।
प्लेटफॉर्म नंबर छह से चलेंगी मेला स्पेशल ट्रेन रेलमंडल ने सिंहस्थ व्यवस्था के लिए रतलाम डीआरएम को नोडल अफसर नियुक्त किया है। इसके लिए मंडल ने सभी मेला स्पेशल ट्रेन प्लेटफॉर्म नंबर छह से ही मिलेंगी। बीस हजार लोगों के एक साथ रुकने के लिए तीन बड़े शेड बनाए जा रहे हैं। यहां यात्रियों की सुविधा के लिए 20 जोड़ी शौचालय, पानी और उपचार की सुविधा भी रहेगी।