ग्वालियर। थाटीपुर स्थित जिला पंचायत कार्यालय परिसर में जनपद पंचायत के दफ्तर में आग से शिक्षक भर्ती का रिकॉर्ड जल गया। घटना रविवार देर रात की है। दकमल दस्ते चार गाड़ी फेंककर आग पर काबू पाया।
पुलिस को मौके पर एक बगैर सिम का मोबाइल व एक मिट्टी के तेल खाली कट्टी मिली है। पुलिस को आशंका है कि रिकॉर्ड रूम में आग लगी नहीं, लगाई गई है। उल्लेखनीय है कि हाल ही में शिक्षक भर्ती घोटाले को लेकर आरटीआई एक्टिविस्ट संकेत साहू ने थाटीपुर थाने में रजनी मिश्रा व रामअवतार मिश्रा के खिलाफ प्रकरण दर्ज कराया है।
जनपद कार्यालय में आग लगने की सूचना रविवार व सोमवार की दरमियानी रात करीब 1:15 बजे कंट्रोल रूम ने दमकल दस्ते को दी। सूचना मिलते ही शहर में गश्त कर रहे सीएसपी वीएस रघुवंशी व अन्य पुलिस अधिकारी भी मौके पर पहुंच गए। जनपद कार्यालय के रिकॉर्ड रूम में उठ रही आग पर काबू पाने के लिए दमकल कर्मियों को 2 घंटे का समय लगा और 4 गाड़ी पानी का उपयोग किया गया।
मिट्टी के तेल की खाली कट्टी मिली मौके पर मिट्टी की तेल की खाली कट्टी व एक मोबाइल पड़ा मिला है। इस मोबाइल सिम नहीं है। इसलिए आशंका है कि शिक्षक भर्ती घोटाले के रिकॉर्ड को जलाने के लिए साजिशन आग लगाई गई है।
पुलिस यह समझ नहीं पा रही है कि मौके पर बगैर सिम को मोबाइल क्यों छोड़ा गया। पुलिस मौके पर मिले मोबाइल के ईएमआई नंबर से इसके मालिक तक पहुंचने का प्रयास कर रही है। सीईओ जनपद पंचायत राजीव मिश्रा ने थाटीपुर थाने में रिकॉर्ड में आग लगाने का मामला अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ दर्ज कराया है।
पहले पुलिस को आगाह किया था
शिक्षक भर्ती घोटाले का खुलासा करते हुए आरटीआई कार्यकर्ता संकेत साहू ने थाटीपुर थाने में रजनी मिश्रा व उनके पति के खिलाफ मामला दर्ज कराया था। संकेत साहू का कहना है कि उसने 4 माह पहले ही पुलिस को आगाह किया था कि घोटाले का रिकॉर्ड जब्त कर लिया जाए। अन्यथा भर्ती घोटाले में लिप्त लोग रिकॉर्ड जला सकते हैं, क्योंकि इस घोटाले में जनपद के कई बड़े अधिकारियों की गर्दन फंसी हुई है।
83 शिक्षकों के फर्जी सर्टिफिकेट के प्रमाण मिले
आरटीआई कार्यकर्ता संकेत साहू ने बताया कि आरटीआई के माध्यम से निकाली गई जानकारी में 83 शिक्षकों की भर्ती फर्जी बीईएड की मार्कशीटों से होने के प्रमाण मिले थे। इसकी शिकायत 15 दिसंबर 2015 को की गई थी लेकिन एक माह तक कोई कार्रवाई नहीं हुई। उसके बाद फिर शिकायत करने पर जांच के बाद रजनी मिश्रा के खिलाफ फर्जी अनुभव प्रमाण-पत्र पाए जाने पर धोखाधड़ी का प्रकरण दर्ज कर गिरफ्तार किया गया है। आरोपी के पति को भी इस मामले में नामजद किया गया है। इसी घोटाले के साक्ष्य मिटाने के लिए आग लगाई गई है।