भोपाल। पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह और केंद्रीय मंत्री उमा भारती मानहानि के केस में राजीनामा करने के लिए 5 अप्रैल को भोपाल आ सकते हैं।
दोनों की सहमति मिलने के बाद मीडिएशन सेंटर ने इस मामले में सुनवाई के लिए 5 अप्रैल की तारीख तय कर दी है। गौरतलब है कि 13 साल पुराने इस मुकदमे में कोर्ट ने दोनों के बीच सुलह कराने के लिए प्रियनाथ पाठक को मीडिएटर नियुक्त किया है। पिछले माह 5 फरवरी को दोनों पक्षों की ओर से इस केस में सुलह करने के लिए केस को मीडिएशन सेंटर में ट्रांसफर करने का आवेदन दिया।
इस मामले में राजीनामा की कोशिशें लगातार जारी थीं। पिछली दफा दिग्विजय सिंह ने शर्त रखी थी कि उमा भारती सार्वजनिक रूप से माफी मांग लें, वो राजीनामा कर लेंगे। बात नहीं बनीं। उमा भारती वापस लौट गईं थीं। सवाल यह है कि इस बार राजीनामा क्या बिना माफी के होगा। यदि हां तो यह भी पूछ ही लिया जाना चाहिए कि सौदा क्या हुआ है।